लॉकडाउन मे पापा से छुप कर माँ की चुदाई!
दोस्तों मेरा नाम लाला है और मैं 20 साल का बिहार का रहने वाला लड़का हूँ। मैं अपने माँ बाप का एकलौता लड़का हूँ इसलिए मुझे घर में काफी प्यार किया जाता है।
ये बस इसी साल के लॉकडाउन की बात है जब मेरी मम्मी बेचैन होने लगी। मुझे लगा की उनकी तबियत खराब है पर जैसा नहीं था। इस हिंदी सेक्स कहानी में मैं आपको बताउगा की क्यों मेरी मम्मी बेचैन हो रही थी। मेरी कहानी “पापा से छुप कर माँ की चुदाई” पूरी पढ़े और जाने मेरी मम्मी की अन्तर्वासना।
दोस्तों मम्मी बेचैन रहा करती थी और अकेले घंटो तक कभी कमरे में बंद रहती तो कभी काफी देर तक नहाती रहती। मैंने कई बातबार पिता जी को भी कहा पर उन्होंने कुछ नहीं कहा।
एक दोपहर जब पिता जी सो रहे थे तो मम्मी उनके साथ लेट गई। उस वक्त मैं अपने कमरे से आया और मम्मी से पूछे ही वाला था की खाना क्या बनाया है तो मैंने कुछ गलत देख लिया।
पापा सो रहे थे और मम्मी उनके लिंग पर हाथ रख उसे दबाए जा रही थी। उसके थोड़ी देर बाद उन्होंने अपना हाथ पजामे में डाला और उसे दबाने हिलने में लगी रही।
अचानक पापा उठे और उन्होंने गुस्से से उनका हाथ पकड़ा और दूर फेक दिया।
पापा – अहह हैट क्या कर रही है !!
मम्मी – अभी तुक दवाइयों का कोई फयदा नहीं हुआ क्या ??
पापा – मेरी जान मत खा मुझे सोने दे !!
उसके बाद मम्मी ने कुछ नहीं कहा और कुछ सोचने लगी। मैं बाहर खड़ा हैरान हो गया ये जान कर की मेरे पापा का लिंग अब खत्म हो गया है। उसके बाद मम्मी ने अपना फ़ोन निकाला और उसमे कुछ देखते हुए अपनी पजामी में हाथ डाल लिया। मैं बाहर खड़ा हैरानी से अपने माँ बाप की वो दुनिया देख रहा था जिसका मुझे आज तक नहीं पता लगा।
मम्मी गन्दी वीडियो देख अपनी योनी में उनलगी करने लगी और मैं उन्हें देखता रहा। उसके बाद देखते ही देखते मेरे लिंग ने पानी छोड़ दिया और मेरा माल कमरे के दरवाजे के बाहर बिखर गया।
मैं डर गया और चुपके से धीरे धीरे पोछा लाया और अपने लिंग को साफ कर के चला गया। पर मम्मी को पता लग गया को की जब वो बाहर निकली तो उन्हें जमीं थोड़ी चिपचिपली लगी।
उन्होंने जब सुंघा तो उन्हें पता लग गया की ये लिंग से निकला माल है और घर में सिर्फ दो मर्द है।
मैं लिंग हिला कर नहाने चला गया और मम्मी पीछे पीछे आकर मुझे देखने लगी। जब मैं बाहर निकला तो मम्मी मुझे बोली “सुधर जा तू काफी शैतान हो गया है !”
लाला – क्या हुआ मम्मी !!
मम्मी – तू जो अभी कर के गया है न वो मुझे सब पता है !!
मम्मी के ऐसा बोलते ही मेरा लिंग फिरसे खड़ा होने लगा। उस वक्त मैंने अपनी कमर पर तोल्या बांध रखा था जो नीचे गीर गया और मम्मी मेरा लटकता आधा खड़ा लिंग देखने लगी।
वो अपनी आंखे बड़ी बड़ी कर उसे देखने लगी साथ ही सेक्सी गोटिया भी देखने लगी।
मम्मी को ऐसा देख मेरा लिंग और खड़ा हो गया और पूरा पथर की तरह टाइट हो गया।
मम्मी ने एक बार पीछे पापा के कमरे की तरफ देखा और फिर धीरे धीरे आगे बढ़ने लगी।
लाला – मम्मी वो आप क्या करने वाली हो !!
मम्मी – अगर तूने किसी को भी इस बारे में बताया तो मैं तेरे पापा से तुझे पिटवा दूगी !!
बस दोस्तों मैं चुपचाप खड़ा रहा ओट मम्मी बेशर्म होकर नापने बड़े बड़े नाख़ून वाले होठो से मेरा लिंग सहलाने लगी।
(बेटे का लिंग देख माँ की योनी गीली होने लगी। बीना शर्म और डर के मरे खड़ा और और माँ उसका लिंग हिला हिला कर पुरे मजे लेने लगी। बेटे को आनंद भी आ रहा था जिस वजह से उसका लिंग टाइट हो रखा था। देखते ही देकते लिंग के ऊपरी भाग से पानी की एक लार टपकने लगी।)
मम्मी मेरा लिंग हिलाए जा रही थी तो देखते ही देखते मेरे लिंग से पानी की एक लार टपक पड़ी। मम्मी उसे देख और सेक्सी हो गई और जोर जोर से मेरा लिंग हिलाने लगी। लिंग हिला हिला कर वो मेरे अण्डे भी उछालने लगी और मुझे दर्द होने लगा।
धीरे धीरे उन्होंने अपनी पजामी में हाथ डाला और अपनी चुत में ऊँगली करने लगी। मैंने हिमत कर अपना एक हाथ आगे बढ़ाया और उनकी छाती पर रख दिया तो मम्मी मुझे देखने लगी और बोली “हाँ ये हुई न बात !!”
उनके ऐसा कहते ही मुझे ऐसा लगा की अब तो मेरी लॉटरी लग गई है। मैंने अचानक से मम्मी के होठो को चूमना शुरू कर दिया और उनके ममें दबाने लगा। धीरे धीरे उनकी चूचिया टाइट हो गई और मैं समज गया की अब मम्मी की छाती को जबरदस्त चुसाई चाहिए।
मैंने मम्मी के सूट में हाथ डाला और ब्रा से दोनों ममो को बाहर निकाल दिया और उन्हें अपने होठो से चूसने लगा।
तभी मम्मी ने धीरे से मेरे कान में कहा “चलो ऊपर वाले कमरे में करते है !!”
मैंने उन्हें हाँ कहा और मैं मम्मी के साथ ऊपर चुदाई करने चला गया। इस तरह मैंने पापा से छुप कर मम्मी की चुदाई की।
ऊपर जाते जाते मैं ये सोचने लगा की काश इस वक्त बारिश हो रही होती तो कितना अच्छा होता बारिश में माँ बेटे की सेक्सी चुदाई कितनी मजेदार होती। इसके अलावा अगर मैं माँ को खेत में चोदता तो कितना मजा आता पूरा देसी सेक्सी का आनंद मिलता।
(ऊपर जाते ही माँ ने दरवाजा बंद कर दिया और लाला शरमाते हुए बिस्तर पर बैठ गया। उसके बाद लाला की माँ आगे बड़ी और अपना सूट ब्रा उतार कर लाला का मुँह अपनी छाती में दबोच लिया।)
मैं खूब मजे से मम्मी के ममो में अपना मुँह घुसा कर उन्हें चाटने लगा और उनकी कोमलता का आनंद लेकर अपने लिंग को और ज्यादा टाइट करने लगा। कुछ देर मम्मी के चुच्चो को चूसने के बाद मम्मी नीचे बैठी और मेरा लिंग हिलाते हुए मेरे अंडे चूसने लगी।
लाला – मम्मी इन्हे मत चुसो दर्द होता है !!!
माँ – बेटा इस दर्द से नहीं गुजरेगा तो मर्द कैसे बनेगा ?
लाला – मतलब ?
माँ – बेटा जोरदार चुदाई के लिए गोटियों में भी दर्द झेलने का दम होना चाहिए वरना मर्द धके नहीं लगा पाता।
लाला – ओह अच्छा !!
उसके बाद मम्मी जोर जोर से हर अलग तरह से मेरी गोटिया चुस्ती रही और उन्हें लाल कर दी। दर्द के मरे मेरी दोनों टंगे कपङे लगी। मम्मी ने करीब 10 मिंट तक मेरी गोटिया चूसी और साथ ही नीचे अपनी गन्दी चुत में ऊँगली डालती रही।
मम्मी ने गोटिया चूसने के बाद मेरे लिंग ऊपर जोर से थूका और कड़ी होकर मेरे बगल में एक टांग राखी और मेरे लिंग को अपनी चुत में घुसाने लगी।
लाला – मम्मी !! मम्मी !! कंडोम नहीं लगाना क्या ??
मम्मी – अरे चल पागल !! तुझे इतना डर है क्या की तेरा जल्दी निकल जायेगा !!
लाला – अगर निकल गया तो ?
मम्मी – कुछ नहीं होगा इस उम्र में तो लड़के दिन में घंटो तक मुठी मरते है !!
अब उसके बाद मम्मी ने मेरा लिंग अपनी योनी के होठो के बीच घुसाया और मुझे चोदने लगी। वो उछाल उछाल कर मेरे लिंग लिंग को छोड़ने लगी और मुझे होठो पर चूमने लगी।
मेरे लिंग का टोपा ऊपर बाहर निकल गया था और ऊपरी खाल दर्द कर रही थी मैंने मम्मी को कहा भी पर जानते हो उन्होंने क्या जवाब दिया “दर्द सहेगा तभी मर्द की तरह चोद पाएगा!!”













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