चुदाई का चस्का पार्ट 5 – सविता भाभी को प्रेग्नेंट करा
चुदाई का चस्का पार्ट 4 – बहन की गांड के साथ
नमस्कार दोस्तो, कैसे हो आप, मैं राजेश फिर एक बार आपके सामने एक रोमांचक चुदाई का सारांश लेके आया हु. मुझे कई सारे मेल मिले, मेरी सेक्स कहानियो की सरहाना की, ऊन सब लंडके लड़कियों का मे तहे दिल से मुठ मारते हुए धन्यवाद करता हु. यदि आप ने इस हिंदी सेक्स स्टोरी का पहला भाग नहीं देखा तो पहले उसे पढ़े लिंक निचे इस सेक्स स्टोरी के अंत में दिया हुआ है. जेसे की मेरी पिछली सेक्स कहानी मैं पढा की अपनी बहन रेखा की चुदाई निपटाने के बाद मे मेडिकल स्टोर वाली सविता भाभी की चुदाई करने उनके घर पर गया उस दिन वो बहुत हॉट और सेक्सी दिख रही थी अब आगे की सेक्स स्टोरी…
मे सोफे पर अपनी गांड टेक कर बैठे-बैठे सविता भाभी की कड़क चुदाई के खयालो मे डूब गया था और सोच
रहा था की आज सविता भाभी को कामसूत्र की किस सेक्स पोजिशिन में चोदुं. मेरा मकसद बच्चे की चाह में तड़प रही सविता भाभी को चोद कर प्रेग्नेंट करना था. तभी सविता भाभी आ आगयी और अंदर आते ही उसने दरवाजा बंद किया. सेक्सी सविता भाभी अपनी मोटी गांड मेरे पास टेक कर बैठ गयी, और मेरे गालो पर किस कर के बोली ,बहुत देर करी मुझे चोदने आने मे मेरे राजा. तभी मेने कहा की आज रेखा जाने वाली थी तो उसकी इच्छा पुरी करने मे वक्त लगा.. सविता भाभी बोली अरे वा याने आज से सिर्फ तुम मेरी ही चुत चोदोगे आज से तुम्हारे इस लौड़े पर मेरा और सिर्फ मेरा ही हक़ है. मेने सविता भाभी के गुलाबी-गुलाबी होटो को चुमते हुए कहा जी भाभी…..
आज सेक्सी रंडी सविता भाभी कयामत ढा रही थी. लाल रंग की साडी, लाल रंग का ब्लॉउज उसके सुंदरता को और बढा रहा था. आज उसके बडे बडे स्तन कुछ जादा ही आकर्षित कर रहे थे, उसकी जुल्फो ने तो उसके चेहरे पर एक तेज बिखर रहा था क्या गजब दिख रही थी. मेने उससे कहा – मैं- सविता भाभी जी आज आप कुछ जादा ही सुंदर दिख रही हो, आपके चेहरेपे एक तेज झलक रहा है!! सविता भाभी– राज ये सब तुने कल दि दवाई का नतिजा है, कल तुने मुझे मेरी शादी के तीन साल बाद सही रूप से एक लंडकी से औरत बना दिया. तेरे वीर्य का नतिजा है ये. मैं- मेरे वीर्य मैं इतनी ताकहै तो फिर आप इसे मेडिकल मे बेचके पैसा कमा सकती हो.
सविता भाभी- हँसते हुए बोली ही….ही…ही राज तुम्हारे वीर्य पर सिर्फ मेरा हक है, इतनी किमती चीज बेचने के लिये थोडी है. मैं- हक तो बस अगले कुछ दिन ही ना( मे मुरझाई स्वर मे बोला) सविता भाभी– …राज ये तो सही बात है, लेकींन आज तुम मेरी खुशी के लिये इतना कुछ कर रहे हो तो मेरा भी फर्ज कुछ बनता है ना. मैं- मतलब उसके बाद भी सविता भाभी- तूम आगे की मत सोचो अभी के पलो के मजे लो. सविता भाभी ने मेरे होटो को चुमलिया. आज कुछ अलग ही फील सविता भाभी के होटो को चुंमने मैं आ रहा था. मेरा रोम रोम रोमांचित हो रहा था.
सविता भाभी भी एक प्यासी की तरह मेरे होटो का रसपान कर रही थी. उसने अपनी जुबान मेरे होटो पे घुमाते हुवे अपने दोनो नाजूक होटोमे मेरे होट समा लिये थे. एक रियल फ्रेंच किस का अनुभव मुझे आ रहा था जो मैने अभी तक खाली पॉर्न मुवि और अग्रेजी मुवि मैं देखा था. हम दोनो के होटो के साथ अब हमारे हाथ भी एक दुसरे को सहला रहे थे. मुझे आज कुछ अलग ही फील हो रहा था. कुछ जादा ही उत्साह हम दोनो को महसुस हो रहा था. मेने उसके गाल से धिरे धिरे हाथ घुमाते हुवे उसके नाजूक कानो से उंगली घुमाई . सविता भाभी मानो सुख के सागर मे डूब गयी. अहआआआआआआ …एक लम्बी सिसकार भर उसने अपना समर्पण किया. वो मेरे बाहो मे थी.
मैंने सविता भाभी को सोफे पे लिटा दिया और उनके सेक्सी जिस्म को जगह जगह चूमने और चाटने लगा. मेने मेरी जुबान से भाभी की गर्दन पे चाटते हुए अपना एक हाथ भाभी के बोबे पर रखा कर दबाया. मेरी इस हरकत से मानो सेक्सी सविता भाभी और उत्तेजित हो गयी. उसने अपना शरीर जैसे हवा मे उठा दिया. अब मै बच्चे की चाह में अंधी सविता भाभी के ब्लाउज का एक एक बटन खोलने लगा ,और उसी तरह उसे किस करके मेने उसका ब्लाउज के सारे बटन खोले. लाल कलर के डिझायनर ब्रा मे सविता भाभी के बडे बडे बुब कुछ जादा ही आकर्षित लगणे लगे थे.
मेने सेक्सी सविता भाभी के दोनो मोटे मोटे बोबो की दरार पर अपना मुह घुसा दिया और बेतहाशा चुंमने और चाटने लगा. सविता भाभी मेरे पुरे बदन पर हाथ घुमा रही थी. मेने उसके गर्दन के पिछे हाथ डालकर उसे थोडा आगे खिचा और उसका आधा खुला ब्लाउज निकाल दिया. उसके कंधोसे किस करते करते उसके पीठ पे किस करणे लगा, वेसे ही मेने भाभी की ब्रा का हुक अपने दातो से खोल दिया. सविता भाभी की ब्रा उतर गयी और उनके दूध से भरे मोटे मोटे बोबे हवा में आजाद झूलने लगे. अब मेने उसे वापस सोफे पे लेंटा कर उसके बुब पर तूट पडा. कभी एक, कभी एक साथ दोनो बुब मे अपने मु मे लेकरं चुस रहा था. सविता भाभी नीचे मानो तडप रही थी. मे पुरे जोश मे था. मेने भाभी के सेक्सी जिस्म से उनकी साडी निकाल फेकी.
सविता भाभी की गांड पर लाल कलर का पेटीकोट और खुले बुब का रूप मुझ पे कयामत ढा रहा था. मेने पेटीकोट को निकाल दिया और अब मेने भी अपने सारे कपडे उतार दिये. मे खाली अब अंडर वेअर और सविता भाभी लाल कलर की डिजायनर निकर मे थी. उसके गोरी जांघो के बीच पतली कमर पे लगी निकर मे सविता भाभी मानो कोई पॉर्न स्टार से कम नही दिख रही थी. आज मे सविता भाभी के इस रुपसे पुरा घायल हुवा था. मेने उसके पेर के लास्ट उंगलीसे अंगुठे तक चूमना चालू किया . इस हरकत से सविता भाभी मानो झटपटा ने लगी. आज उसकी सिसकीया और भी सेक्सी लग रही थी. अहहहहहहहह…..राज ….आहहहहहह….खा जागो ….मुझे…..अहआआआआआआ…..बहोत मजा आ रहा है.






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