माँ बेटे का प्यार और.... 2
मेरा नाम अजय है. मेरी उमर १९ साल है. मै पुणे के एक गाव का रहनेवाला हू. ये कहानी मेरी मम्मी की जिन्दगी के बारे मे है. घर मे ३ लोग है मम्मी पपा और मै. पपा प्राइवेट जॉब करते है. मम्मी का नाम भावना है. उनकी उमर ३९ साल है. गोरा रन्ग और उनका फिगर किसी का भी इमान खराब कर सकता है-बिलकुल ३८-३६-४० है. मम्मी हमेशा साडी पहनती है और सिम्पल रहती है. मगर जब मैने उनका दूसरा रूप देखा तो मुझे यकीन नही हुआ.
इस सारे फसाद की जड मम्मी की सहेली उमा है. उमा आन्टी दिखने मे बहुत सेक्सी है. कोइ कह नही सकता है कि वो २ बच्चो की माँ है. आन्टी का फिगर ४०-३८-४२ है. आन्टी के हस्बन्ड एक ड्राइवर है और वो बाहर आते जते रहते है. आन्टी के बारे मे गाव के कै मर्द बताते कि वो बहुत चुदक्कड है और बाहर भी चुदवाती रहती है.
पिछले कुछ दिनोसे मम्मी रोज दोपहर को उमा आन्टी के घर जाती थी और शाम को वापस आती थी. मुझे मम्मी पर शक होने लगा था. इसलिये मै उनपर नजर रखता था. कुछ समय तक मुझे कुच भी नही मिला. फिर एक दिन मम्मी दोपहर के समय घर से निकली. सारी गलिया सुनसान थी. मम्मी थोडी दुर गई और हमारे मोहल्ले के दुकानवाले की दुकान पर रुक गई. वो इधर उधर देखने लगी. फिर दुकानवाले अन्कल ने काउन्टर खोला. और मम्मी अन्दर चली गई.
अन्कल ने दुकान बन्द कर दी. मै शॉक हो गया क्या मम्मी दुकानवाले अन्कल से चुदवाने जाती है. पता नही मम्मी को उस बुड्ढे मे क्या पसन्द आया. दुकान वाले अन्कल का नाम सोमनाथ है. उनकी उमर ४८ साल है. सिर के आधे बाल उड चुके है पेट निकला हुआ है.
मम्मी को अन्दर गये ३० मिनट हो चुके थे. मै वही खडा मम्मी का इन्तेजार कर रहा था. मुझे लगा कही मम्मी पीछे वाले दरवाजे से तो नही निकल गई. तभी मै अन्कल की दुकान के पीछे गया वहा भी एक गेट है. पुरे २ घन्टे बाद अन्कल की दुकान के पीछे का दरवाजा खुला तो मै छुप गया. पहले अन्कल बाहर आये. उन्होने इधर उधर देखा. जब उन्हे कोइ नही दिखा तब उन्होने मम्मी को आवाज दी. मम्मी बाहर निकल के आयी. मैने मोबाईल से उनकी रिकॉर्डीन्ग कर ली. अन्कल ने मम्मी को एक पन्नी दी और कहा रास्ते मे फेक देना. मम्मी जैसे ही चलने लगी अन्कल ने मम्मी की गान्ड को दबा दिया. मम्मी ने अन्कल को देखा और दोनो हसने लगे. मम्मी घर की तरफ आने लगी. उनके हाथ मे वो पन्नी थी जिसे उन्होने कुडेदान मे फेक दिया. मै वही रुक गया और जब मम्मी आगे चली गई तो मैने वो पन्नी खोलके देखी. उसमे २ कन्डोम थे जो अन्कल के माल से भरे हुए थे. यानि अन्कल ने मम्मी को २ बार चोदा था. मै घर गया तो देखा मम्मी उमा आन्टी के घर घुस रही थी. मै तुरन्त दुकान वाले अन्कल के पास गया.
अन्कल-क्या चाहिये बेटा?
मै-अन्कल आपसे कुछ बात करनी है.
अन्कल-हा बोलो बेटा क्या बात है?
मै-अन्कल मुझे अकेले मे बात करनी है.
अन्कल-बेटा बता भी दो क्या बात है?
मैने मोबाईल मे मम्मी और अन्कल की रिकॉर्डीन्ग दिखा दी. अन्कल देखते ही चौन्क गये और काउन्टर खोलके मुझे अन्दर बुला लिया.
अन्कल-ये कहा से मिली तुझे.
मै-जब मम्मी और आप पीछे वाले गेट से निकल रहे थे तब ये रिकॉर्डीन्ग की थी. अन्कल आप डरो मत. मै ये बात किसी को नही बताउन्गा.
अन्कल हसने लगे मुझे ये देखकर अजीब लगा.
अन्कल-बेटा तू क्या बतायेगा. रुक मै तुझे कुछ दिखाता हू.
अन्कल ने अपने मोबाईल मे फोटो दिखायी जिसे देखकर मेरी गान्ड फट गई. सारी फोटोस मम्मी और अन्कल की थी. फोटो मे मम्मी ब्रा और पँटी मे थी.
अन्कल-देख बेटा ये ब्रा पँटी मैने दी है तेरी मम्मी को.
दूसरी फोटो मे अन्कल का मोटा लन्ड मम्मी के मुह मे था.
अन्कल-देख कैसे चुसती है तेरी मम्मी मेरे लन्ड को.
मम्मी की फोटो देखकर मेरा लन्ड खडा हो गया. अन्कल मेरा खडा लन्ड देखने लगे.
अन्कल-बेटा तू भी अपनी माँ की जवानी का दीवाना है. वैसे इसमे कसूर तेरा नही है. तेरी माँ के दीवाने तो बहुत है. मगर सिर्फ मैने ही उसे तबियत से चोदा है.
मै-अन्कल ये सब शुरु कैसे हुआ?
अन्कल-अपनी मम्मी की चुदाई की कहानी जानना चाहता है.
बीच मे ग्राहक आते तो अन्कल काम मे लग जाते. फिर हम बाते करने लगते.
अन्कल-बेटा मै तुम्हे बता दुन्गा. मगर ये बात किसी को पता न चले.
मै-प्रॉमिस अन्कल ये बात किसी को नही बताउन्गा.
अन्कल-तुम उमा को जानते हो. तुम्हारी मम्मी की दोस्त उसे ने तुम्हारी मम्मी से मिलवाया था.
मै-मतलब आप उमा आन्टी को भी चोद चुके हो.
अन्कल-हा बेटा उस रन्डी को तो मै बहुत समय से चोद रह हु. बहुत चुदक्कड औरत है. एक दिन मै उमा के घर उसकी चुदाई करके लेटा हुआ था.
उमा-क्या तुम भावना को चोदना चाहते हो.
अन्कल-हा यार वो तो सबसे अच्छा माल है.
उमा-उसका पती उसकी चुदाई नही करता है और भावना की तरफ ध्यान ही नही देता है. इसिलिये उसकी चुत मे भी आग लगी हुई है.
अन्कल-तो जल्दी से मेरा जुगाड करवा दे यार.
उमा-मैने उससे कहा था. वो सोच के बता देगी. वैसे भी तुमसे अच्छी चुदाई कौन करेगा उसकी. बहुत लोग उसके पीछे पागल है. मगर वो डरके मारे किसी को मौका नही देती है.
हम दोनो बाते कर रहे थे तभी तुम्हारी मम्मी भी आ गई. उन्हे देखकर मेरा लन्ड फिर से खडा हो गया. तुम्हारी मम्मी मेरे और उमा के बारे मे सब जानती है कि मै उमा की चुदाई करने आता हू.
हम लोगो ने थोडी देर बात की फिर मै चला गया. शाम को उमा मेरे पास आयी और बताया कि तुम्हारी मम्मी का मन तो बहुत है मगर वो डर रही है. इसलिये मुझे ही उनके साथ पहल करनी पडेगी. मै अगले दिन उमा से तुम्हारी मम्मी को बुलाने के लिये कहा. अगले दिन जब मैने दुकान बन्द की तो उमा पीछे वाले गेट पर तुम्हारी मम्मी को लेके आ गई. तुम्हारी मम्मी को नही पता था कि आज उसकी चुदाई होने वाली है. मैने गेट खोला और वो दोनो अन्दर आ गई.
अन्कल-अरे उमा आज भावना भी आयी है.
उमा-हा बस थोडी देर मे चली जायेगी.
तुम्हारी मम्मी ने उस दिन हरे रन्ग की साडी और ब्लाउझ पहना था और उनके बडे बडे बूब्स पर काली ब्रा साफ दिख रही थी. मेरा लन्ड तो तभी खडा हो गया था. मै तीनो के लिये कोल्ड ड्रिन्क लेके आया और हम तीनो कोल्ड ड्रिन्क पीने लगे और बात करने लगे.
उमा-भावना अगर तुझे करना है. तो यही कर ले. यहा कोइ खतरा नही है. २ कमरे है दीवान लगा हुआ है. जानती है मेरी भी दूसरी सुहागरात यही हुई थी.
तुम्हारी मम्मी उमा को चुप करवने लगी.
अन्कल-भावना क्या मै तुमसे अकेले मे कुछ बात कर सकता हू?
उमा-हा कर लो.
मैने तुम्हारी मम्मी का हाथ पकड के कमरे मे ले गया. तुम्हारी मम्मी ने कोइ भी ऐतराज नही किया. मैने तुम्हारी मम्मी का हाथ अपने हाथो मे लिया.
अन्कल-देखो भावना मै जानता हू ये आसान नही है तुम्हारे लिये. मगर शरीर की जरुरत भी पूरी करनी पडती है. उमा ने बताया कि तुम्हार पति तुम्हारी चुदाई नही करता है. और तुम रात भर तडपती रहती हो. भावना मै चाहत हू तुम भी खुश रहो. और मै तुम्हे पसन्द भी बहुत करता हू. मगर कभी कहने की हिम्मत नही हुइ. हमारा रिश्ता ऐसे ही रहेगा किसी को पता नही चलेगा.
मैने तुम्हारी मम्मी का चेहरा पकडा और उनके होठो को चूमने लगा. शुरु मे तुम्हारी मम्मी ने कोइ रिस्पॉन्स नही दिया मगर कुछ ही देर मे उन्होने ने भी मेरे होठो को चूसना शुरु कर दिया. मै तुम्हारी मम्मी के बडे दुध को ब्लाउझ के उपर से ही दबाने लगा. तुम्हारी मम्मी आन्खे बन्द करके मेरी हरकतो का मजा लेने लगी. मैने तुम्हारी मम्मी का ब्लाउझ खोल दिया. उनके गोरे बदन पर काली ब्रा बहुत फब रही थी. मैने अपना मुह ब्रा के उपर से उनके दुध पर रख दिया और चूसने लगा. मैने तुम्हारी मम्मी की ब्रा भी निकाल दी. अब उनके गोरे और बडे दुध नन्गे मेरे सामने थे. मै बारी बारी से दोनो दुध चूसने लगा. तुम्हारी मम्मी मेरे सिर पर हाथ फेरने लगी और हलकी हलकी कसमसाने लगी. थोडी देर दुध चूसने के बाद मैने तुम्हारी मम्मी की साडी और पेटिकोट निकाल दिया. अब तुम्हारी मम्मी सिर्फ काली पँटी मे खडई थी. मैने तुम्हारी मम्मी को बेड पर लिटा दिया और उनकी पँटी निकालने लगा. तुम्हारी मम्मी ने अपनी गान्ड उठाके पँटी निकालने मे मदद भी की.
तुम्हारी मम्मी की बालो वाली चूत मेरे सामने थी.
तुम्हारी मम्मी की चूत बहुत गीली थी. शायद एक पराये मर्द की बाहो मे आके उनको एक अलग ही अहसास हो रहा था. मैने तुम्हारी मम्मी की टान्गो को फैलाया और उनकी चूत पर मुह लगा दिया. तुम्हारी मम्मी ने जोर से सान्स ली. मै उनकी चूत चाटने लगा. तुम्हारी मम्मी की चूत लगातार पानी बहा रही थी जिसे मै पी रहा था. मुझे सिर्फ ५ ही मिनट हुए थे चूत चाटते हुए और तुम्हारी मम्मी का पानी निकल गया जिससे वो शान्त हो गई. मैने तुम्हारी मम्मी की चूत चाट के साफ कर दी और अपने कपडे उतार दिये. सिर्फ मेरा कच्छा रह गया. तुम्हारी मम्मी अब काफी खुल चुकी थी. उन्होने मेरा कच्छा निकाल दिया. मेरा मोटा लन्ड पुरा खडा था और मेरे प्रिकम से भीगा हुआ था. मुझे लगा शायद पहली बर है इसिलिये तुम्हारी मम्मी मेरा लन्ड मुह मे नही लेगी. मगर अगले ही पल तुम्हारी मम्मी ने मेरा लन्ड अपने मुह मे ले लिया. तुम्हारी मम्मी सच मे बहुत अच्छा लन्ड चूस रही थी. अगर वो ज्यादा देर मेरा लन्ड चूसती तो मेरा माल निकल चुका होत. मैने तुरन्त उनके मुह से लन्ड बाहर निकाल लिया. याद रखो, पहली चुदाई मे औरतो को अच्छे से खुश कर दो तो वो तुम्हारी गुलाम हो जाती है. मैने अपने पर्स से एक कन्डोम निकाला और तुम्हारी मम्मी को दे दिया. उन्होने मेरे लन्ड पर कन्डोम लगा दिया. अब मै बेड पर आ गया और तुम्हारी मम्मी की टान्गे फैला दी और अपना लन्ड तुम्हारी मम्मी की चूत पर रगडने लगा. तुम्हारी मम्मी मेरी आन्खो मे देख रही थी और मै उनकी आन्खो मे. जब मैने अपना लन्ड अन्दर डाला तो उनकी आन्खे बन्द हो गई. और एक आन्सु साइड से निकला.
अन्कल-भावना दर्द तो नही हो रहा है, अगर दर्द है तो मै लन्ड निकाल लेता हू.
तुम्हारी मम्मी ने मेरे दोनो हाथो को पकडके मुझे अपने उपर झुका लिया और मुझे किस करने लगी. मै भी हलके हलके धक्के लगाने लगा.
तुम्हारी मम्मी मेरे होठो को चूसते हुए. मेरा पुरा साथ दे रही थी. उनकी चूत मेरे पुरे लन्ड को निगल रही थी. मैने अपने धक्के तेज कर दिये और तुम्हारी मम्मी के दुध को दबाने और चूसने लगा. तुम्हारी मम्मी की आहे तेज होती जा रही थी. हम दोनो चुदाई मे इतना खो गये थे हमे याद ही नही रहा कि बाहर उमा खडी हम दोनो की चुदाई देख रही थी. मैने तुम्हारी मम्मी को घोडी बना दिया और पीछे से लन्ड डालके उनकी चुदाई करने लगा.
मैने तुम्हारी मम्मी के बाल पकडके उनक मुह पीछे किया और उनके होठो को चूसते हुए उनकी चुदाई करने लगा. तुम्हारी मम्मी के बडे बडे दुध मेरे हाथो मे नही आ रहे थे. इतनी देर की चुदाई मे तुम्हारी मम्मी का पानी एक बार निकल चुका था मगर उन्होने मुझे रोका नही था. मैने तुम्हारी मम्मी को बेड के किनारे पर लिटा दिया. इस बार तुम्हारी मम्मी ने खुद अपनी टान्गे फैला दी. मैने आपन लन्ड अन्दर डाला और चुदाई करने लगा. मैने तुम्हारी मम्मी की एक टान्ग अपने कन्धे पर रखी और जोर जोर से धक्के लगाने लगा. मुझे चुदाई करते हुए २५ मिनट हो चुके थे. तुम्हारी मम्मी की चूत की गरमी के आगे टिकना मुश्कील हो रहा था. मैने अपने धक्के तेज कर दिये और फिर जब मेरा माल निकलने वाला था तब मैने कन्डोम उतार दिया और सारा माल तुम्हारी मम्मी के पेट पर निकाल दिया. माल निकलने के बाद मै तुम्हारी मम्मी के साथ बेड पर लेट गया.
मै तुम्हारी मम्मी के होठो को चूसने लगा. वो भी मेरा पुरा साथ दे रही थी. तभी उमा कमरे मे आ गई. तुम्हारी मम्मी उसे देखते ही अपने कपडे ढुन्ढने लगी.
उमा-अब रहने दे भावना क्या करेगी कपडे पहनके. अभी तो और चुदवाना है तुझे. वैसे भी अभी कहा तेरी चूत ठन्डी हुई होगी.
तुम्हारी मम्मी अपना चेहेरा छुपाने लगी.
उमा-क्यु मजा आया न मेरे दोस्त का लन्ड लेके. करता है न ये कमाल की चुदाई? सारी गरमी निकाल देता है अपने लन्ड से. अब तू ज्यादा शरमा मत. जितनी कम शरम करेगी उतना ज्यादा मजा ले पायेगी इसके लन्ड का.
अन्कल-उमा भावना की चूत के बाल बहुत बडे है. अन्दर दुकान से क्रीम ले आ. सारे बाल साफ कर दे.
उमा जल्दी से अन्दर से क्रीम ले आयी और तुम्हारी मम्मी की टान्गे खोलके क्रीम लगा दी. मेरा माल अभी भी तुम्हारी मम्मी के पेट पर लगा हुआ था. उमा ने उन्ग्ली से माल लिया और चाटने लगी. तुम्हारी मम्मी ये देखकर दन्ग रह गई.
उमा-इसका माल भी बहुत अच्छा है. गाढे दुध की तरह. तू भी अगली बार पी के देखना.
करीब ५ मिनट बाद जब क्रीम हटायी तो तुम्हारी मम्मी की चूत एक दम चिकनी होके चमकने लगी और मेरा लन्ड फिर खडा हो गया.
उस दिन मैने ३ बार तुम्हारी मम्मी की चुदाई की. और वो भी हर बर खुलके चुदाई करवाती रही. अब तो वो बहुत खुलके चुदवाती है.
मम्मी की चुदाई की बाते सुनके मेरा प्रिकम निकल के पँट पर लग गया जिसे अन्कल देखने लगे.
अन्कल-लगता है तू भी अपनी मम्मी की चुदाई करना चाहता है.
मै-नही ऐसा नही है अन्कल.
अन्कल-बेटा तेरी मम्मी भी बहुत चुदक्कड है. वो तो बस उसे थोडा खुलने की देर थी. और अब वो पुरी तरह खुल चुकी है. बहुत मझे से चुदवाती है. अगर तू भी उसकी चुदाई करना चाहता है तो कर ले, घर मे तो बहुत मौका है.
मै-अन्कल अब तो जरुर करुन्गा. बस आप थोडी हेल्प कर देना. और बाकी आप भी कभी भी घर आके चुदाई कर लेना. बस आप मम्मी से इतना बोल देना कि मुझे आप दोनो के बरे मे सब पता चल गया है. बाकी मै सम्भल लुन्गा.
अन्कल-ठिक है अभी कॉल करके बोल देता हू. वैसे मेरे लिये भी कुछ कर ताकि रात मे भी जाते हुए एक बर चोद सकू तेरी मम्मी को.
मै-आप उसकी चिन्ता मत करो. वो मै कर दुन्गा.
अन्कल ने मम्मी को कॉल लगाया मेरे सामने मम्मी ने कॉल उठा लिया.
अन्कल-हलो भावना.
मम्मी-आज इतनी जल्दी कॉल क्यु किया ?फिर से मन कर रहा है क्या चुदाई का? (मम्मी के मुह से ये बात सुनके मेरा तो हलक ही सुख गया था.)
अन्कल-इतना तो चोदता हू तुझे फिर भी आग लगी हुई है.
मम्मी-क्या करु सोमु(मम्मी अन्कल को सोमु बोल रही थी) तुम्हारा लन्ड है ही ऐसा जितना लो कम लगता है.
अन्कल-अरे भावना मेरी बात सुनो गडबड हो गई है.
मम्मी की हसी बन्द हो गई.
मम्मी क्य हुअ?
अन्कल-तुम्हारे बेटे को सब पता चल गया है.
मम्मी-ये क्या कह रहे हो? कैसे पता चल गया?
अन्कल-जवान लडका है तुम्हारे उपर शक हुआ होगा. आज मुझे तुम्हारी और मेरी मेरे घर से बाहर आते हुए व्हिडिओ दिखा रहा था. मैने उसे समझाया है. मगर पता नही वो माना है या नही. अब तुम बात करना हो सकता है अपनी मम्मी के लिये मान जाये.
मम्मी कॉल पर ही रोने लगी.
अन्कल-ये रोने का नही उसे समझाने के समय है.
फिर अन्कल ने कॉल काट दिया.
अन्कल-मैने तेरा काम कर दिया है. अब तू सम्भल लेना.
मै-कल दोपहर को आप मेरे घर आना २ बजे, जब आप दुकान बन्द करते है.
अन्कल-ठिक है.
जब मै घर पहुचा तो गेट मम्मी ने खोला. मैने उनकी तरफ गुस्से से देखा. वो मुझसे नजर नही मिला रही थी. मै अपने कमरे मे चला गया. कुछ देर बाद पपा आ गये. फिर हम सबने खाना खाया. उस समय भी मम्मी मुझसे नजर नही मिला रही थी.
सुबह जब मै उठा तब पपा तैयार होके नाश्ता कर रहे थे. वो नाश्ता करके चले गये. मम्मी को देखकर लग रहा था वो पुरी रात सोई नही है. मैने नह धोके मम्मी के साथ नाश्ता किया और अपने कमरे मे आ गया.
थोडीए देर बाद मम्मी मेरे कमरे मे आयी. मम्मी ने ऑरेन्ज कलर की साडी और ब्लाउझ पहना था.
मम्मी-अजय मुझे तुमसे कुछ बात करनी है.
मै-बैठो मम्मी
फिर मम्मी मेरे पास बैठ गई. उनकी नजरे नीचे थी.
मम्मी(रोते हुए)-बेटा मुझे माफ कर दो. मै बहक गई थी. उमा ने मुझे इस सब मे फसा दिया. आगे से ऐसा कुछ नही होगा. तुम अपने पपा से कुछ मत कहना.
मम्मी रोये जा रही थी. मैने मम्मी को गले लगा लिया.
मै-मम्मी आप रो मत इस सब मे आपकी कोइ गलती नही है.
मम्मी को गले लगाते ही मम्मी के बडे दुध मेरी छाती मे दब गये और मेरा लन्ड खडा हो गया.
मै-मम्मी सारी गलती पपा की है. मै जानता हू वो आपकोसमय नही देते है. आपको यहा तडपता हुआ छोड देते है. मम्मी आपने कुछ गलत नही किया. सोमनथ अन्कल बहुत अच्छे है. और आप मेरी तरफ से चिन्ता मत करो. आपका राज मेरे पास सेफ है. मै किसी को कुछ नही बताउन्गा.
वैसे गलती आपकी नही है. आपको जो भी देख ले वो पागल ही हो जाता है.
इस बात पर मम्मी थोडी हसने लगी. मैने उनके आन्सु पोछे.
मै-मम्मी आप बस खुश रहा करो.
मम्मी-बेटा अब मै तुझसे कैसे नजरे मिला पाउन्गी.
मैने उनका मुह उपर किया.
मै-मम्मी मै आपका दोस्त हू और मुझसे शरमाने की जरुरत नही है. वैसे भी मम्मी जो आप करती हू वो मै भी करता हू.
मम्मी-अच्छा तेरी भी गर्लफ्रेन्ड है?
मै-और क्या मम्मी आपका बेटा भी जवान है. उसका भी तो मन करता है. वैसे मेरी गर्लफ्रेन्ड आपसे से ज्यादा सेक्सी नही है.
मम्मी हसने लगी.
मै-आपके लिये आज एक सरप्राइझ है. दोपहर मे आप तैयार रहना.
मम्मी उठके जाने लगी तो मैने मम्मी को गले लगा लिया और हलके से उनकी बडी गान्द सहला दी. मम्मी मुझे आन्खे बडी करके देखने लगी.
मम्मी जाके अपना काम करने लगी. दोपहर १.३० बजे हम दोनो ने खाना खाया.
मम्मी-कहा है तेरा सरप्राइझ.
मै-बस २ बजे तक इन्तेजार करो.
खाना खाके हम दोनो टीव्ही देखने लगे. ठीक २ बजे मेरे पास अन्कल का मेसेज आया-मै बाहर खडा हू.
मैने तुरन्त घर के पीछे वाले गेट पर गया और अन्कल को अन्दर ले आया. मम्मी टीव्ही देखने मे बिझी थी.
मै-मम्मी आपका सरप्राइझ हाजिर है.
मम्मी ने जैसे ही पीछे देखा उनकी हालत पतली हो गई.
मम्मी-सोमु तुम यहा क्या कर रहे हो?
मै-मम्मी अन्कल को मैने बुलाया है.
मम्मी-तुमने क्यु बुलाया है, कोइ देख लेगा तो प्रॉब्लेम हो जायेगी.
मै-मम्मी किसी ने नही देखा पीछे वाले गेट से आये है. जब आप इनकी दुकान पर जाती हो वो भी तो सेफ नही है. आप यहा पर ही एन्जॉय कर लो.
मम्मी-छुप रहो ये क्या कर रहे हो?
मैने मम्मी का हाथ पकडा और अन्कल के हाथ मे दे दिया.
मैए-अन्कल मम्मी को बेडरूम मे ले जाओ.
मम्मी-क्य बकवास कर रहे हो तुम.
मै- मम्मी ज्यादा ड्रामा मत करो. अब मै तुम्हार दोस्त हू. और बाहर कर सकती हो तो यहा भी कर लो. मै अपने कमरे मे जा रहा हू.
यह कहके मै अपने कमरे मे चला गया.
मम्मी-सोमु तुम यहा कैसे आ गये?
अन्कल-तुम्हारा बेटा कितना अच्छा है. अपनी मम्मी की खुशी का कितना खयाल रखता है. और तुम उसे ही डाट रही हो. मुझे तो लगा था मै तुम्हे देख ही नही पाउन्गा. मगर देखो आज तुम्हारे घर मे तुम्हारी चुदाई करुन्गा.
अन्कल मम्मी के होठो को चूसने लगे. मम्मी भी उनका पुरा साथ दे रही थी. अन्कल ने मम्मी को गोदी मे उठा लिया और उनके बेडरूम मे चले गये. उनके जाते ही मै बेडरूम के दरवाजे के पास पहुच गया. मैने अन्दर देखा तो अन्कल और मम्मी बेड पर एक दूसरे के होठो को चूस रहे थे.
मम्मी-दरवाजा बन्द कर लो.
अन्कल उठके दरवाजा बन्द करने आये तो उन्होने मुझे देखा. मैने उन्हे पहले ही समझा दिया था कि दरवाजा थोडा खुला रखना. अन्कल ने दरवाजा हलका सा खुला छोड दिया और पर्दा लगा दिया. अन्कल ने अपने कपडे उतार दिये. उनका लन्ड पुरा खडा हुआ था. अन्कल ने मम्मी का ब्लाउझ और ब्रा उतार दी.
मम्मी-आज तो बडे उतावले हो रहे हो.
अन्कल-हा यार आज कुछ अलग ही लग रहा है. तुम्हारे बेटे ने मुझे खुद तुम्हे चोदने के लिये बुलाया है. तभी से लन्ड खडा हुआ है. मुझे तो लगता है तुम्हारी चूत भी ये सोचके गीली हो गई होगी.
मम्मी-ऐसा कुछ नही है.
अन्कल मम्मी की साडी उपर करने लगे. मम्मी उनका हाथ रोक रही थी. मगर अन्कल की ताकत के आगे मम्मी हार गई और उनकी साडी उन्होने उपर कर दी.
मम्मी की चिकनी चूत गीली हो गई थी. अन्कल ने मम्मी की चूत की फान्को को खोला और मम्मी की चूत का गुलाबीपन साफ दिख रहा था.
अन्कल-लगता है तुम्हारी चूत तो सुबह से गीली पडी है.
मम्मी-हा सुबह से ही गीली है.
अन्कल मम्मी की चूत चाटने लगे और मम्मी अन्कल का सिर सहलाने लगी. थोडीए देर चूत चाटने के बाद....
मम्मी-अब डाल भी दो सोमु.
अन्कल ने अपने लन्ड पर कन्डोम लगाया और मम्मी की चूत मे लन्ड उतार दिया. मै
बाहर मम्मी की चुदाई देखकर मुठ मार रहा था. अन्दर मम्मी गान्ड उठा उठा के अन्कल के मोते लन्ड से चुदवा रही थी. अब अन्कल ने मम्मी को बेड से नीचे डॉगी स्टाईल मे खडा कर दिया और उनकी चुदाई करने लगे. पुरे कमरे मे थप्प थप्प की आवाज आ रही थी. मम्मी की मादक आवाज उनके मुह से निकल रही थी-आह्ह्ह्ह्ह आआह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह.
मम्मी-आराम से करो अजय सुन लेगा.
अन्कल-उसकी चिन्ता मतो करो. उसी ने तो तुम्हे चोदने के लिये बुलाया है.
अन्कल लगातार मम्मी को चोद रहे थे. मम्मी ने अपना हाथ मुह पर रख लिया ताकि आवाज न निकल सके. मगर अन्कल ने हाथ हटा दिया और फिर से मम्मी की मादक आवाजे आने लगी.
अब अन्कल बेड पर लेट गये और मम्मी उनके लन्ड पर बैठ गई. अन्कल नीचे से धक्के लगाते हुए मम्मी की चुदाई करने लगे.
मम्मी की पीठ मेरी तरफ थी और अन्कल का मोटा लन्ड अन्दर जाता हुआ साफ दिख रहा था. मम्मी अपनी गान्द अन्कल के लन्ड पर जोर जोर से मार रही थी. अन्कल भी नीचे से तेज तेज धक्के लगा रहे थे. कुछ ही देर मे दोनो का पानी निकल गया और वो दोनो शान्त हो गये.
मम्मी अन्कल के उपर लेटी रही और उनके होठो को चूस रही थी.
अन्कल-भावना थोडा पानी ले आओ. मम्मी कपडे पहनने लगी
अन्कल-ऐसे ही चली जाओ.
मम्मी-बाहर अजय हुआ तो.
अन्कल-वो अपने कमरे मे होगा.
मम्मी नही मानी तो अन्कल ने उनके कपडे ले लिये. अब मम्मी को बिना कपडो के बाहर आना पडा. उससे पहले मै अपने कमरे मे चला गया.
मैने देखा मम्मी छुपती हुई बाहर आयी और पानी का जग और ग्लास लेके जाने लगी. मगर फिर वो मेरे कमरे की तरफ आने लगी. उससे पहले मै बेड पर लेट गया और आन्खे बन्द करके मुठ मारने लगा. मैने हलके से आन्खे खोलके देखा तो मम्मी दरवाजे के पास खडी थी और मुझे मुठ मारते देख रही थी. थोडी देर मे वो चली गई तो मै तुरन्त उनके पीछे गया. अन्कल नन्गे लेटे हुए पानी पी रहे थे और मम्मी उनके पास बैठी थी. फिर अन्कल बोले अन्कल-मै थोडा टॉइलेट करके आता हू. अन्कल बाहर आये और मुझे देखते ही....
अन्कल-कैसी लगी मम्मी की चुदाई?
मै-बहुत मस्त लगी.
अन्कल-अभी एक राउन्ड और मारुन्गा.
मैने अन्कल को बता दिया कि मम्मी अभी मेरे रूम के पास आयी थी और मुझे मुठ मारते हुए देख रही थी. बाकी का प्लान मैने अन्कल को बता दिया. अन्कल टॉइलेट करके बेडरूम मे चले गये.
अन्कल-मै अभी अजय को देखकर आ रहा हू. वो तो लेटा हुआ मुठ मार रहा है.
मम्मी-हा अभी मै भी यही देखकर आयी हू.
अन्कल-लगता है अपनी मम्मी की आवाजे सुनके गरम हो गया होगा.
मम्मी-इसिलिये मै कह रही थी आराम से करो.
अन्कल-यार इसमे कौनसी बडी बात है. जब मै भी उसकी उमर का था तो अपनी माँ को देखकर मुठ मारता था.
मम्मी-हे भगवान सच मे ऐसा करते थे?
अन्कल-हा यार मेरी माँ मेरे सामने कपडे बदल लेती थी तो उनकी बडी गान्ड और चूत देखकर मेरा लन्ड खडा हो जाता था.
मम्मी अन्कल की बाते सुनके हसने लगी.
अन्कल-सच मे भावना कई बार तो मेरी पीठ साफ करने आती थी तो खुद मेरे सामने नहा लेती थी. मै उनकी पीठ और उनके दुध पर गान्ड पर साबुन लगाता था.
अन्कल का लन्ड बातो बातो मे फिर खडा हो गया.
अन्कल-मम्मी का नाम सुनते ही खडा हो जाता है.
मम्मी अन्कल का लन्ड चूसने लगी. और फिर अन्कल ने मम्मी की दुबारा चुदाई की. दोनो की चुदाई खतम होते ही मै बाहर टीव्ही देखने लगा.
अन्कल कपडे पहनके बाहर निकले. फिर उनके पीछे मम्मी अपनी साडी ठिक करते हुए बाहर आयी. अन्कल मुझे देखकर हस रहे थे लेकिन मम्मी ने अपनी नजर नीचे कर ली.
मै अन्कल को पीछे के दरवाजे से बाहर छोडके आया. मम्मी तब किचन मे थी, वो चाय बना रही थी. तो मैने मम्मी की कमर मे हाथ डालके उनको हग कर लिया.
मम्मी- क्य कर रहे हो बेटा छोडो मुझे चाय बनाने दो.
मै- मम्मी मै चाय बना देता हू. आप थक गई होगी.
मम्मी-मतलब?
मै- मम्मी अब रहने भी दो. मैने आपकी सेक्सी आवाजे सुनी थी. लगता है अन्कल ने अच्छे से मसला है आपको.
मम्मी शरमा गई.
मै-अब शरमाना छोडो मम्मी मै आपका दोस्त हू.
मै- मम्मी अन्कल पपा से अच्छी चुदाई करते है न.
मम्मी-अजय चूप रहो. ये कैसी बाते करते हो.
मै- मम्मी जब चुदवाने मे शरम नही की तो बताने मे कैसी शरम.
मम्मी चूप हो गई.
मै-मम्मी वैसे आपके दुध का साइझ बहुत बढ गया है.
मम्मी-नही बेटा पहले जैसे ही है.
मै-नही मम्मी पहले से बहुत बडे हो गये है. लगता है अन्कल बहुत दबाते और चूसते है. मेरा तो मन करता है कि मै फिर से छोटा हो जाउ और आपके दुध पुरा दिन पिता रहू.
मम्मी-हट बदमाश कैसी बाते करता है.
मैने अपना हाथ मम्मी के दुध पर रख दिया और उसे सहलाने लगा. मम्मी मेरी तरफ देखने लगी. मैने हलके से दुध दबा दिया.
मम्मी-अजय ये ज्यादा हो रहा है.
मम्मी ने मेरा हाथ हटा दिया.
मै-मम्मी बाहर वाला करे तो ठिक है. मै आपका बेटा होके नही कर सकता हू? मम्मी वो तो आपकी खुशी के लिये मैने अन्कल को आपके पास आने दिया. मेरा बस चलता तो मै आपको किसी को देखने भी न दू.
मम्मी ने अपनी नजर नीचे कर ली और मै फिर से मम्मी के दुध सहलाने लगा. थोडीए देर सहलाने की बाद....
मम्मी- बेटा वैसे तेरी गर्लफ्रेन्ड कौन है.
मै-रुको आपको दिखाता हू.
मैने अपना प्राइव्हेट फोल्डर खोला जिसमे मेरी गर्लफ्रेन्ड के फोटो थे और चुदाई वाली भी. मैने अपनी गर्लफ्रेन्ड की फोटो निकाल के मम्मी को दे दी.
मम्मी-अरे ये तो माया है.(माया उमा आन्टी की लडकी)
मै-हा मम्मी यही है मेरा माल कैसे लगी.
मम्मी-अच्छी है बेटा.
मै- मगर मम्मी आपसे ज्यादा सेक्सी नही है.
मम्मी-तू फिर शुरु हो गया.
मम्मी फोटो आगे करती रही. नॉर्मल पिक्चर खतम होते ही माया की पुरी नन्गी फोटो मम्मी के सामने आ गई. मम्मी- हे भगवान तुमने ये माया की नन्गी फोटो क्यु रखी है.
मै- मम्मी बस कभी कभी देख लेता हू.
जैसे ही मम्मी ने दूसरी फोटो आगे किए उसमे माया मेरा ८ इन्च का मोटा लन्ड हाथ मे लिये नीचे बैठी थी. मम्मी ने फोटो देखते ही अपने मुह पर हाथ रख लिया.
मम्मी- मुझे तो लगता था माया बहुत सिधी साधी लडकी है. मगर फोटो मे देखो कैसे.........
मम्मी बोलते बोलते रुक गई.
मै- देखो मम्मी कैसे तुम्हारे बेटे का लन्ड चूस रही है.
मम्मी मेरी तरफ घूर के देखने लगी.
मै-मम्मी बिलकुल उमा आन्टी पर गई है न
मम्मी-क्या मतलब?
मै- जैसे की आप जानते ही नही हो. उमा आन्टी कितनी बडी चुदक्कड है. माया तो मुझे बता रही थी उसकी मम्मी अपने देवेर से बहुत चुदवाती है.
मम्मी- हाय राम, माया ये भी जानती है?
मै- मम्मी वो सब जानती है. जब उसके पपा नही होते है तो उसके चाचा उसकी मम्मी की चुदाई करने आते है.
मम्मी- वैसे ये फोटो तो तेरे कमरे की है.
मै- हा मम्मी जब आप अन्कल से चुदवाने जाती थी तो मै इसे यहा पर चोदता था.
मम्मी- तुझसे ऐसी बाते सुनना बडा अजीब लग रहा है.
मै- मम्मी मगर मजा भी तो आ रहा है.
मम्मी हसने लगी.
मै-मम्मी हम दोनो दोस्त है. और मै आप्से एक भी बात नही छुपाउन्गा. मम्मी एक बात कहू.
मम्मी- बोलो क्या बात है?
मै- काश मम्मी माया के दुध आपके जैसे बडे बडे होते. तो मै इन्हे रोज पिता.
मम्मी- बेटा हो जायेन्गे उमर के हिसाब से बडे हो जाते है.
मै मम्मी के दुध फिर से पकडके दबाने लगा. मम्मी अब बहुत खुलके मुझसे बात कर रही थी.
मम्मी-नालायक तू नही सुधरेगा.
मै- मम्मी मुझे आपके दुध बहुत पसन्द है.
मम्मी- हा वो तो तेरी निक्कर मे दिख रहा है.
मेरा लन्ड पुरा खडा था और मेरे निक्कर मे से साफ दिख रहा था.
मै- मम्मी ये तो तब से खडा है जबसे आपकी चुदाई वाली अवाजे सुनी है.
मम्मी- अब चुप भी हो जा.
मै- मम्मी जब आप पपा के साथ चुदाई करती थी तो ऐसी आवाजे मैने कभी नही सुनी थी. मगर अन्कल के साथ आप बहुत आवाज निकाल रही थी.
मम्मी-बेटा यही होत है जब कोइ प्यार से किसी औरत को खुश करता है. तब औरते ऐसी ही आवाजे निकालती है.
मै- ये हुई न बात. अब आप बिलकुल मेरे दोस्त जैसी बाते कर रही हो.
मम्मी-ह तू मुझे बिगाड के ही रहेगा.
मै- मम्मी अब तो बस मजे ही मजे है. आप ऐसे ही खुश रहा करो.
मम्मी-तू मेरी कसम खा कि ये बाते किसी को नही बतायेगा.
मै- तुम्हारी कसम मम्मी किसी को नही बताउन्गा.
मम्मी अपने कमरे मे चली गई और मै वही सो गया. शाम को मम्मी ने उठाया मम्मी-अजय चाय पी ले.
फिर हम दोनो चाय पिने लगे. मैने मोबाईल देखा तो अन्कल का मेसेज था-
अजय रात का कुछ जुगाड कर यार. मैने अन्कल को ठिक ८.३० बजे घर के पीछे बुला लिया. मम्मी शाम का खाना बनाने लगी और मै अपनी स्टडी मे लगा हुआ था. थोडी देर बाद मै और मम्मी टीव्ही देखने लगे.
मै- मम्मी ८.३० बजे तैयार रहना.
मम्मी- अब क्या करने वाला है?
मै- मम्मी बस तैयार रहना.
रात होते ही मम्मी ने एक मॅक्सी पहन ली.
अन्कल का मेसेज ठिक ८.३० बजे आया. मैने मम्मी का हाथ पकडा और उन्हे घर के पीछे वाले दरवाजे पर ले गया. जैसे ही मैने दरवाजा खोला अन्कल सामने थे. मम्मी अन्कल को देखकर चौक गई.
मै- अन्कल किसी ने देखा तो नही.
अन्कल-नही मै देखकर आया हू.
मम्मी- सोमु तुम्हे इस समय नही आना चाहिये था. ये तो बच्चा है मगर तुम तो बडे हो. कोई देख लेगा तो सब खतम हो जायेगा.
मम्मी लगातार बोलती जा रही थी. अन्कल ने मम्मी को पकडा और उनके होठो को चूसने लगे.
मै- अन्कल मै बाहर बैठा देख रहा हू. आपके पास आधा घन्टा है बस जल्दी से चुदाई कर लो.
मै बाहर आके छुप गया. अन्कल मम्मी के दुध दबाने लगे.
मम्मी-सोमु मेरे पती आने वाले है रहने दो.
अन्कल-भावना मै २ दिन नही आ पाउन्गा. मेरी बिवी का भाई आ रहा है. तो वो भी दुकान पर आ जाता है. इसिलिये २ दिन मै नही आउन्गा.
मम्मी- इसिलिये आज रात मे चुदाई करने आ गये.
अन्कल-यार तेरी चूत की याद बहुत सताती है.
अन्कल ने मम्मी की मॅक्सी निकाल दी. मम्मी अब सिर्फ ब्रा और पँटी मे खडी थी. अन्कल मम्मी के होठो को चूसते हुए मम्मी के दुध दबाने लगे.
मम्मी-जल्दी कर लो सोमु मेरे पती आते ही होन्गे.
मम्मी नीचे बैठ गई और अन्कल का लन्ड चूसने लगी. थोडी देर लन्ड चूसने के बाद अन्कल ने मम्मी को घोडी बना दिया.
मम्मी-कन्डोम तो लगा लो.
अन्कल-कन्डोम तो मै भूल गया हू. मै अजय से मान्ग लेता हू.
मम्मी-पागल हो क्या, मै यहा नन्गी खडी हू और तुम मेरे बेटे को बुला रहे हो.
लेकिन अन्कल ने अनसुनी करके मुझे आवाज दी. मै १ मिनट बाद गया.
मै-क्या हुआ अन्कल?
अन्कल-बेटा तेरे पास कन्डोम है?
मै-अभी लाता हू. मै अन्दर से कन्डोम लेके आया तो मम्मी अन्कल के पीछे खडी थी.
मै-मम्मी कहा गई.
तो अन्कल सामने से हट गये और मम्मी ब्रा पँटी मे मेरे सामने आ गई. मम्मी दुबारा अन्कल के पीछे खडी हो गई.
मै कन्डोम देके चला आया लेकिन छुपके उनकी बाते सुनने लगा.
मम्मी- तुम्हे शरम नही आती उसे दिखा रहे हो, मै यहा आधी नन्गी खडी हू.
अन्कल ने मम्मी की बात की तरफ ध्यान देते हुए उसको फिर से घोडी बना दिया और उनकी पँटी नीचे कर दी. अन्कल लन्ड अन्दर डालके चुदाई करने लगे. उन्होने ने मम्मी की ब्रा भी उपर से नीचे कर दी. अब मम्मी के दुध हर धक्के मे जोर जोर से हिल रहे थे. मम्मी के मुह से आआह्ह्ह्ह आआह्ह्ह्ह की आवाजे आ रही थी.
मम्मी-जल्दी करो सोमु मेरे पती आने वाले है.
अन्कल ये बात सुनके और जोर से धक्के लगाने लगे.
अन्कल-तेरा पती आके क्या करेगा. वो तो तेरी चुदाई करता ही नही है. तेरी गरमी तो मै निकालता हू. आने दे उसे तेरे पती के सामने चोदुन्गा और दिखौन्गा ऐसे चोदा जाता है तेरे जैसे माल को.
अन्कल जोर जोर से धक्के लगा रहे थे. १५ मिनट मे ही मम्मी और अन्कल दोनो शान्त हो गये. अन्कल ने मम्मी की चूत से लन्ड निकाला और मम्मी ने पँटी उपर कर ली. मम्मी ने कन्डोम निकालके वही रख दिया और अन्कल का लन्ड चाटने लगी. और उसे चाट चाटकर पूरा साफ कर दिया. अन्कल मम्मी के होठो को चूसने लगे.
अन्कल-अब कैसे रहुन्गा २ दिन बिना तुम्हारी चूत के.
मम्मी- हो सके तो आ जाना. मेरा भी मन नही लगेगा.
अन्कल-आ सकू तो आ जाउन्गा. और अजय को बता दुन्गा. वो सब सम्भल लेगा.
मम्मी-तुम्हारी मेरे बेटे से बहुत पट रही है.
अन्कल-उसी की वजह से तो मै तुम्हारी चुदाई कर पा रहा हू.
मम्मी-अब बस भी करो सोमु. मुझे उसके सामने शरम आती है.
तभी बाहर दरवजे पर खटखट हुई. मै तुरन्त मम्मी के पास गया जहा वो सिर्फ पँटी मे खडी थी.
मै-मम्मी पपा आ गये. जल्दी से बाहर आ जाओ.
अन्कल तुरन्त पीछे से भाग गये और मम्मी दरवाजा बन्द करके अन्दर आ गई.
मैने आगे वाला दरवाजा खोला तो पपा अन्दर आ गये. मम्मी तुरन्त पानी लेके आयी. तो मैने देखा मम्मी ने ब्रा नही पहनी थी.
पपा फ्रेश होने चले गये और मम्मी किचन मे चाय बना रही थी. तो मै पीछे से गया और उन्हे बाहोमे भर लिया और उनके दुध दबा दिये. मम्मी के दुध बहुत सॉफ्ट थे.
मम्मी-क्य कर रह है. तेरे पपा यही है और तू ये सब हरकते कर रहा है.
मम्मी ने मुझे बाहर भेज दिया. मै टीव्ही देखने लगा. फिर पपा भी आ गये. थोडी देर मे हम सबने खाना खाया. खाना खाने के बाद मै टेरेस पर टहलने चला गया. वहा मै हेडफोन लगाके गाने सुन रहा था तभी एक दम से मम्मी मेरे सामने आ गई. मै उसके एकदम आनेसे डर गया. मम्मी हसने लगी.
मै-आपने तो जान ही निकाल दी थी.
मम्मी-तू तो बडा डरपोक है.
फिर हम दोनो टहलते हुए बाते करने लगे.
मै- मम्मी आप जब अन्कल के पास गई थी तो आपने ब्रा पहनी थी. जब वापस आयी तो ब्रा गायब थी.
मम्मी-बेटा तेरी नजर क्यो मेरे दुध पर ही टिकी रहती है.
मै- मम्मी क्या करु बस जब भी आपको देखता हू तो पहले आपके ये बडे बडे दुध ही दिखते है.
मम्मी-मेरा बेटा बावला हो गया.
मै- मम्मी जब आपको बुलाने आया था तो आप्की बडी गान्द भी देखी. आप पँटी मे बहुत सेक्सी लग रही थी.
मम्मी- बेटा मै तेरी मम्मी हू, तू मुझे ऐसे मत देखा कर.
मै- मम्मी मैने तो आपकी पुरी चुदाई भी देखी थी. कैसे अन्कल का मोटा लन्ड आपकी चूत मे जा रहा था. और कैसे आपके बडे बडे दुध हिल रहे थे.
मम्मी-बेटा तू बहुत बिगड गया है.
मै- मम्मी मै अब आपका राजदार हू. मुझसे कुछ नही छुप सकता है.
मम्मी-हा मै जानती हू. और कितनी बार कहेगा.
मै- मम्मी आप पहले तो ब्रा और पँटी नही पहनते थी, अब क्यु पहनती हो.
मम्मी-बस वो सोमु को अच्छी लगती है. इसिलिये पहनने लगी हू.
मै-मम्मी इससे आपके सुन्दर दुध पर निशान पड जायेन्गे. जब वो आया करे तो पहन लिया करो. वैसे उतार दिया करो. थोडा खुला भी रहना चाहिये.
मम्मी-तू मेरे दुध को कबसे देख रहा है.
मै-शुरु से, जब से आप मेरे सामने कपडे बदलने लगी थी.
मम्मी-मतलब शुरु से तू मुझे देख रहा है.
मै-हा मम्मी और मै आपसे बहुत प्यार करता हू. सिर्फ आपकी खातिर मै अन्कल को झेल रहा हू वरना तो उनकी गान्ड पर लात मार देता. मगर आपकी खुशी मे मेरी खुशी है.
मम्मी ने मुझे गले लगा लिया. हम दोनो बहुत देर तक गले लगे रहे. मम्मी के दुध बिना ब्रा के मेरी छाती से दब रहे थे. मेरा लन्ड खडा हो चुका था. जैसे ही मेरा लन्ड मम्मी को लगा मम्मी अलग हो गई और उसने नीचे देखा. तो मेरा लन्ड निक्कर मे तम्बु बनाये खडा था.
मम्मी-तू नही सुधरेगा बेटा.
मै-मम्मी एक बात कहू बुरा तो नही मानोगी.
मम्मी-बताओ अब क्या रह गया है बुरा माननेवला.
मै-मम्मी मुझे आपके दुध निकाल के देखने है.
मम्मी-पागल हो गये हो क्या. ऐस नही हो सकता.
मै-मम्मी वैसे भी तो मैने आपको नन्गा देखा है.
मम्मी-वो बात अलग है बेटा.
मै- मम्मी अन्कल को दिखा सकती हो तो मुझे भी दिखा दो. वैसे भी इस पर पहला हक तो मेरा ही है.
मम्मी बार बार मना कर रही थी. मगर मै बार बार देखने को बोल रहा था.
मम्मी-ठिक है कल देख लेना.
मै- नही मम्मी अभी दिखा दो न प्लीझ.
मम्मी- अरे पागल हम टेरेस पर है बेटाअ. किसी ने देख लिया तो.
मैने मम्मी को नीचे बिठा दिया जहा से हमे कोई नही देख सकता था.
मै-मम्मी ये ठिक है न, अब तो बताओ.
मम्मी कुछ नही बोली. मैने उनकी मॅक्सी के उपर के बटन खोल दिये. इससे पहले मम्मी कुछ बोल पाती मैने मॅक्सी के उपर से अन्दर हाथ दाल दिया और उनके दुध मसलने लगा. मम्मी के दुध दबाने मे बहुत मजा आ रहा था.
मै-बाहर तो निकालो.
मम्मी ने अपना एक दुध बाहर निकाल लिया. अन्धेरे की वजह से ज्यादा सही से दिख नही रहा था.
मै-मम्मी ज्यादा दिख नही रहा है.
मम्मी-इसलिये मै मना कर रही थी.
मै थोडीए देर मम्मी के दुध ऐसे ही दबाता रहा.
मम्मी-चल नीचे चलते है. अब तो तू खुश हो गया न?
मै- मम्मी कल ब्रा मत पहनना. कल आराम से देखुन्गा.
सुबह मम्मी ने मुझे कॉलेज के लिये उठाया. मै जल्दी से तैयार होके निकल गया. दोपहर तक कॉलेज अटेन्ड किया और उसके बाद मै घर आ गया. मैने दरवाजा खटखटाया. थोडी देर मे मम्मी ने दरवाजा खोला. मम्मी ने एक हलके पीले रन्ग की साडी और काला ब्लाउझ पहना था. आज मम्मी ने ब्रा नही पहनी थी.
मै- वाह क्या बात है, मम्मी आज बहुत सेक्सी लग रही हो.
मम्मी-तुझे तो मै हमेशा सेक्सी ही लगती हू. अब अन्दर भी आयेगा या बाहर ही खडा रहेगा.
मै अन्दर आ गया.
मै-आज तो आपने मेरी बात मान ली.
मम्मी-कौनसी बात?
मै-आज आपने ब्रा नही पहनी है. आज आप्के दुध और भी ज्यादा बडे लग रहे है.
मम्मी-मुझे पता था तू आते ही यही देखेगा.
मै-मम्मी आपने कुछ और भी कहा था.
मम्मी-क्या कहा था मैने?
मै-आप आज मुझे अपने दुध दिखाओगी.
मम्मी-ऐसा कुछ नही है.
और ये बोलके किचन मे चली गई.
मै तुरन्त किचन मे गया और उन्हे पीछे से पकड लिया. मेरा हाथ मम्मी के चिकने पेट पर था जिसे मै सहला रहा था. मम्मी मुझसे छूटने को तडप रही थी.
मै-मम्मी आज तो मै देखकर ही रहुन्गा.
मम्मी-पहले खाना खा ले फिर देखते है.
मै-नही पहले हा बोलो फिर खाना खाउन्गा.
मम्मी-हा बाबा हा देख लेना.
हम दोनो ने फिर खाना खाया. मम्मी घर के काम करने लगी. मै अपने काम मे लग गया. थोडी देर बाद मै मम्मी के कमरे मे गया.
मैने सिर्फ अन्डरवेअर और बनियान पहनी थी. अन्दर देखा तो मम्मी सिर्फ ब्लाउझ और पेटिकोट मे लेटी हुइ थी. मैने जोर से सीटी बजयी.
मम्मी-क्या कर रहा है?
मैए-मम्मी बिलकुल साउथ इन्डिअन ॲक्ट्रेस लग रही हो बस एक कमी है.
मम्मी-क्या कमी है.
मै उनके पास बैठ गया.
मै- मम्मी वो पेटिकोट हमेशा नाभी के नीचे पहनती है.
मम्मी-अब कहा पहनुगी बेटा इस उमर मे.
मै- अभी कह उमर हो गई है. अभी भी ३० की लगती हो. वैसे भी मम्मी आपकी नाभी बहुत अच्छी है. गोल और गहरी कोई भी देखकर पागल हो जायेगा.
मम्मी-बेटा पहले मे साडी नाभी के नीचे ही पहनती थी. मगर लोग मुझे घूरते थे तो तेरे पपा को पसन्द नही था. इसिलिये अब नही पहनती हू.
मै- मम्मी सेक्सी चीज को तो लोग घूरते ही है. जैसे आपके ये बडे बडे दुध को लोग खा जाने वाली नजर से देखते है.
यह कहते हुए मैने मम्मी के दुध दबा दिये.
मम्मी-मै जानती हू तू यहा क्यु आया है.
मै-मम्मी उससे पहले आप अपना पेटिकोट थोडा नीचे करो न. मुझे आपकी नाभी देखनी है.
मम्मी-बेटा मेरी नाभी मे क्या रखा है. ये लो देख ले आराम से.
मम्मी ने पेटिकोट नीचे कर दिया.
मम्मी की गोल गहरी नाभी मेरे सामने थी जिसे देखकर मेरा लन्ड खडा हो गया. मैने मम्मी का पेट पकडा और नाभी मे अपनी नाक घुसा के सून्घने लगा. मम्मी बडे ध्यान से देख रही थी. तभी मैने अपनी जीभ मम्मी की गहरी नाभी मे घुसा दी. मम्मी ने आन्खे बन्द करके एक गहरी सान्स ली. मैने दुबारा मम्मी की तरफ देखा. वो मेरी ही आन्खो मे देख रही थी. मैने मम्मी के ब्लाउझ का पहला हुक खोला तो मम्मी ने मेरा हाथ रोक लिया. मगर मैने उनका हाथ हटा दिया और सारे हुक खोल दिये. मम्मी के बडे बडे दुध बाहर आ गये. क्या गजब नजारा था. बडे बडे दुध पर काले निप्पल उसे और ज्यादा हसीन बना रहे थे. मम्मी मेरी आन्खो मे देख रही थी. मुझे साफ दिख रहा था कि वो गरम हो रही है.
हम दोनो के बीच अब आन्खो से बाते हो रही थी. मैने हलके से मम्मी के दोनो दुध को हाथ से पकडा और दबा दिया. मम्मी ने अपना सिर पीछे सरहाने पर लगा लिया और आन्खे बन्द कर ली. मम्मी का लटका हुआ मन्गलसुत्र उनके दोनो दुध के बीच और भी ज्यादा अच्छा लग रहा था. मै मम्मी के दुध मसलता रहा और वो आन्खे बन्द किये लेटी रही.
मैने अपनी जीभ से दुध के नीचे से उपर तक हलके हलके चाटने लगा. मेरी थुक भरी जीभ जब मम्मी के दुध पर लगी तो मम्मी ने होठो को अन्दर की तरफ दबा लिया. शायद वो खुद को कन्ट्रोल करना चाह रही थी. मै मम्मी के दोनो दुध को बारी बारी से चुसने लगा. मम्मी के दोनो दुध मेरे थुक से भीग चुके थे. मम्मी मेरी दुध चुसाई का मजा ले रही थी. जब मै मम्मी के दुध को हलका सा काट लेता तो मम्मी के मुह से हलकी इस्स्स्स्स्स्स की आवाज निकलती.
मुझे मम्मी के दुध चुसते हुए १५ मिनट हो चुके. मम्मी क जिस्म बहुत गरम हो चुका हो गया था. मै मम्मी के दुध जोर जोर से दबाने ओर चुसने लगा. अचानक मम्मी ने बेड शीट्स को पकड लिया और एक दम से उनका जिस्म अकड गया. मै समझ गया कि मम्मी का पानी निकल गया है. मम्मी वैसे ही लेटी रही और मै उनके साइड मे आके लेट गया.
मेरा एक हाथ अभी भी मम्मी के दुध पर था. मै मम्मी के दुध को हलकेसे मसल रहा था. मम्मी आरम से लेटी हुए मजा ले रही थी.
मै-मम्मी मै अभी आता हू.
मै किचन मे गया और मम्मी के लिये पानी ले आया. मै आया तो मम्मी ने अपना ब्लाउझ बन्द कर लिया था. मै मम्मी के पैर के पास बैठ गया. मम्मी का पानी निकलने के बाद से वो मुझसे नजरे नही मिला रही थी. मैने उन्हे पानी दिया. जब मम्मी पानी पी रही थी तभी मै उनकी नाभी चाटने लगा. मम्मी मुझे हटा रही थी मगर मुझे कोई फरक नही पड रहा था.
मम्मी-मत कर बेटा मत कर.
मै उनकी बाते सुन ही नही रहा था. मम्मी की नभी चाटते हुए मै उनकी दोनो टान्गो के बीच आ गया. अब मम्मी मुझे हटा नही रही थी. मै आराम से उनकी नाभी चाट रहा था. मम्मी आन्खे बन्द करके लेट गई और मै उनकी नाभी चाटता रहा. इसी बीच मैने अपना अन्डरवेअर निकाल दिया. मेरा लन्ड बहुत टाइट हो चुका था. मैने आपन हाथ मम्मी के पेटिकोट मे डाल दिया
और मम्मी की जान्घे सहलाने लगा. मम्मी घूर के मेरी आन्खो मे देख रही थी मगर कुछ कह नही रही थी. मै मम्मी की जान्घे सहलाते हुए उनकी नाभी चाट रहा था. धीरेसे मैने अपना हाथ मम्मी की चूत पर रख दिया. मम्मी की चूत पर हाथ लगते ही, मम्मी ने मेरा हाथ पकड लिया.
मम्मी-बेटा बस बहुत हो गया. अब ये मत करो.
मगर मै तो जैसे आज पागल ही हो गया था. मम्मी की चूत पानी पानी हो रही थी. मै अपने हाथ से उसे सहला रहा था. मम्मी मुझे बार बार मना कर रही थी. मगर सच तो ये था कि वो खुद बहुत गरम हो चुकी थी. मैने मम्मी का पेटिकोट उनके पेट पर पलट दिया और मम्मी की पानी छोडती चिकनी चूत मेरे सामने आ गई.
आज पहली बार मै मम्मी की चूत इतनी करीब से देख रहा था. मम्मी की चूत का पानी देखकर कन्ट्रोल करना बहुत मुश्कील हो रहा था. मैने तुरन्त अपना मुह मम्मी की चूत पर लगा दिया और चूत से निकलता पानी चाटने लगा. मम्मी बेड पर लेटी कसमसा रही थी. कभी चादर को जोर से पकड लेती तो कभी चादर पर हाथ पटकने लगती. मैने अपनी जीभ मम्मी की चूत मे डाल दी और उनकी चुसाई करने लगा. जब मम्मी से बर्दाश्त नही हुआ तो उन्होने मेरा सिर अपनी चूत पर दबा दिया. ये मेरे लिये ग्रीन सिग्नल था. थोडी देर चूत चाटने के बाद मैने २ उन्गली मम्मी की चूत मे डाल दी और उसे जोर जोर से अन्दर बाहर करने लगा. मम्मी की चूत से जोर से पेशाब की धार निकली जिससे मेरा हाथ और बेड गीला हो गया. मम्मी की टान्गे कापने लगी. मैने फिर से मम्मी की चूत मे उन्गली उपर नीचे करने लगा. मम्मी की चूत से लगातार पेशाब की धार निकल रही थी और मम्मी की टान्गे काम्प रही थी. मम्मी की पेशाब से बेड गीला हो गया था. मै फिर से मम्मी की चूत चाटने लगा.
इस बार मम्मी की पेशाब का टेस्ट भी मेरे मुह मे आ रहा था. मैने उनकी चूत चाट के साफ कर दी. मम्मी अभी भी आन्खे बन्द किये मेरी हर एक हरकत का मजा ले रही थी. मैने मम्मी की टान्गे फैला दी. मम्मी की चूत बहुत गीली थी. मैने अपना लन्ड मम्मी की चूत पर लगा दिया और हलके हलके अपना लन्ड अन्दर डाल दिया. मम्मी को कोई तकलिफ नही हुई क्युन्की वो मेरे से बडा लन्ड ले रही थी. मगर मम्मी ने एक आन्ह जरुर भरी. जैसे की उन्हे एक मजा मिला हो. मम्मी की चूत गीली होने के कारन धक्के बहुत आसानी से लग रहे थे. मैने कुछ ही देर मे अपने धक्के तेज कर दिये और मम्मी के उपर झुक के उनकी चुदाई करने लगा. मम्मी ने ब्लाउझ बन्द कर दिया था. मैने मम्मी का ब्लाउझ फाड दिया और उनके बडे बडे दुध बाहर आ गये. मम्मी चुदाई मे इतनी खो चुकी थी कि उन्हे ब्लाउझ फटने का कोई अफसोस नही हुआ. मम्मी के मुह से आआह्ह्ह्ह आअह्ह्ह की आवाज आनी शुरु हो गई थी. मै मम्मी के दुध जोर जोर से चूसने लगा. इस बार मम्मी खुद बोली.....
मम्मी- आह अजय आराम से करो.
मगर मै कहा मानने वाला था. मैने मम्मी के दुध इतने चुसे कि उनके दुध पर लाल लाल निशान आ गये. मम्मी की आन्हे तेज होती जा रही थी. मैने अपना लन्ड बाहर निकाल लिया और मम्मी को बेड से नीचे खडा कर दिया. मम्मी खुद बेड पकडके घोडी बन गई. मम्मी की बडी गान्ड पुरी खुली हुई दिख रही थी.
मम्मी की चूत का छेद पुरा खुल चुका था. मैने अपना मुह मम्मी की गान्ड पर लगा दिया और उनकी गान्ड का छेद चाटने लगा. मेरी जीभ मम्मी की चूत से लेके गान्ड तक चाट रही थी. थोडीए देर चाटने के बाद मेरा लन्ड का पानी रुक गया. मगर मम्मी और ज्यादा गरम हो गई. मैने मम्मी की चूत मे लन्ड पेल दिया और उनकी चुदाई करने लगा. अब मेरे धक्के और भी ज्यादा तेज हो गये थे. पुरे कमरे मे थप्प थप्प की आवाज आ रही थी. मेरे तेज धक्को से मम्मी के दुध उछल रहे थे. मैने मम्मी के दुध पकड के मसल दिये. मम्मी जोर से बोली.....
मम्मी बेटा बहुत दर्द हो रहा है. आराम से करो.
मगर मै कहा सुनने वाला था. मै लगातार चुदाई मे लगा रहा. मुझे मम्मी को चोदते हुए २० मिनट हो चुके थे. मम्मी की चूत की गरमी के आगे टिकना मुश्कील हो रहा था.
कुछ ही देर मे मेरा सारा पानी मम्मी की चूत मे निकल गया और मै और मम्मी हम दोनो शान्त हो गये. मै मम्मी की पीठ पर ही झुका रहा.
जब मैने अपना लन्ड बाहर निकाला तो मम्मी की चूत से मेरा माल निकल के जान्घो पर बहने लगा. मम्मी तुरन्त बाथरूम मे भाग गई.
मै भी मम्मी के पीछे गया. मम्मी शॉवर के नीचे खडी होके अपनी चूत साफ कर रही थी. मुझे देखते ही उन्होने दरवज बन्द करना चाहा मगर मै जबरदस्ती अन्दर घुस गया. मम्मी मुझे देख रही थी मगर कुछ बोल नही रही थी. मैने मम्मी को पकडा और उन्हे शॉवर के नीचे खडा कर दिया. शॉवर से बहता पानी मम्मी के जिस्म से बहता हुआ नीचे आ रहा था. मै शॉवर के नीचे गया और मम्मी के होठो को चूसने लगा. मम्मी मेरा साथ नही दे रही थी. मम्मी के होठो को चूसते हुए मै उनकी बडी गान्ड मसल रहा था. कुछ देर मम्मी बस खडी रही. मगर अब वो गरम हो गई तो उन्होने ने भी मेरे होठ चूसने शुरु कर दिये. मम्मी और मेरा किस बहुत पॅशनेट था. हम दोनो काफी देर तक किस करते रहे. फिर मै नीचे बैठ गया और मम्मी की एक टान्ग उठा ली जिससे मम्मी की चूत खुल गई. मै उनकी चूत चाटने लगा. शॉवर से बहता पानी मम्मी की चूत से होते हुए मेरे मुह मे आ रहा था जिसे मै पी रहा था. मम्मी ने मुझे खडा कर दिया. मम्मी ने मेरा लन्ड पकडा और नीचे बैठके मेरा लन्ड मुह मे ले लिया. मम्मी की जीभ मेरे लन्ड पर लगते ही मेरा लन्ड दुबारा खडा होने लगा. मम्मी मेरे पूरे लन्ड को अपनी जीभ से चाट रही थी. मेरे लन्ड के टोपे से बार बार खेल रही थी. ऐसा लग रहा था जैसे मैने मम्मी को इतना सताया था वो उसका बदला ले रही है. मम्मी मेरे लन्ड को निचोड रही थी जिससे मेरा ज्यादा देर रुकना मुश्किल हो रहा था. मैने मम्मी के मुह से लन्ड बाहर निकाल लिया. मम्मी खडी हो गई और मुझे पकडके किस करने लगी. मम्मी ने शॉवर बन्द कर दिया. मैने मम्मी को गोदी मे उठा लिया और उनको लेके रूम मे जाने लगा. मम्मी मेरी गोदी मे थी मगर फिर भी मेरे होठो को चूस रही थी. मै मम्मी को बेडरूम मे ले गया. मम्मी ने बेड देख तो वो मम्मी के पेशाब से गीला था.
मम्मी-यहा नही बेटा.
मै मम्मी को बाहर ले आया और उन्हे सोफे पर लिटा दिया. हम दोनो सोफे पर लेटे एक दूसरे को चूसने लगे. मेरा खडा लन्ड मम्मी की चूत पर लग रहा था. इस बार मम्मी ने खुद मेरा लन्ड पकडके अपनी चूत मे डाल लिया. मैने मम्मी को पूरे दिन मे ३ बार चोदा. फिर मम्मी मेरे ही साथ सो गई. शाम ७ बजे मेरी आन्ख खुली तो हम दोनो नन्गे ही लेटे हुए थे. मम्मी का सिर मेरे सीने पर था. मैने मम्मी को उठाया तो मम्मी जल्दी से अपने रूम मे गई. मै भी उनके पीछे गया. रूम की हालत ठिक नही थी. मम्मी का पेटिकोट और ब्लाउझ जमीन पर पडा था. बेड मम्मी के पेशाब से गीला पडा था. मम्मी ने तुरन्त गद्दा पलट दिया और नयी चादर बिछा दी. मम्मी ने एक नायटी पहन ली. कमरा ठिक करके मम्मी किचन मे खाना बनने लगी. मै भी निक्कर पहनके मम्मी के साथ खडा हो गया.
मम्मी अभी भी बात नही कर रही थी.
मै-मम्मी अभी भी नाराज हो क्या?
मम्मी-बेटा जो आज हुआ वो कभी नही होना चाहिये था.
मै-मम्मी अगर ये पहले हो गया होता तो आपको उस चुतिया अन्कल के पास जाने की जरुरत नही पडती. मै आपको उस अन्कल से हजार गुना ज्यादा प्यार करता हू. और हमेशा करता रहुन्गा. मुझे तो शादी भी नही करनी है. सारी उमर आपके साथ रहुन्गा.
मम्मी ये बात सुनके मेरे गले लग गई और रोने लगी. मैने उन्हे चुप कराया.
मम्मी-बेटा मुझसे गलती हो गई.
मै-कोई बात नही मम्मी मै हमेशा आपके साथ रहुन्गा.
मै मम्मी के होठो को चूसने लगा. मम्मी ने भी मेरा पूर साथ दिया. फिर कुछ देर बाद मुझे दूर किया.
मम्मी-बदमाश कही का, आज तो तूने मेरे शरीर का सत्यानाश कर दिया है.
मै-ऐसा क्या कर दिय मैने?
मम्मी ने अपने दुध बाहर निकाल के दिखाये.
मम्मी-ये देख कैसे निशान पड गये है लाल लाल.
वहा पर वाकई मेरी उन्गलियो के निशान थे जहा पर मैने उनके बूब्स को कस कर दबोचा और मसला था.
मै-मम्मी ये मेरे प्यार के निशान है
मम्मी-अच्छा है तेरे पपा अब मेरी चुदाई नही करते. वरना ये देखकर पागल हो जाते.
मै- मम्मी पपा सच मे तुम्हे नही चोदते है क्या?
मम्मी-बेटा शायद अब उन्हे मेरे साथ मजा नही आता है. हो सकता है बाहर किसी और के साथ उनका चक्कर चल रहा हो.
मै-मम्मी अगर पपा आप पर ध्यान नही देते तो क्या, अब आप मेरे साथ ही रहना.
मम्मी-बेटा एक बात पुछू.
मै-पुछो मम्मी जो भी पूछना है.
मम्मी-वो तूने कैसे किया था?
मै-मैने क्या किया था.
मम्मी-जिससे सारा बेड गीला हो गया था.
मै-तो खुलके बोलो न मम्मी कि आपका पेशाब कैसे निकाल दिया था.
मम्मी-हा वही, ऐसा मेरे साथ आज तक नही हुआ. मगर जब तूने किया तो अच्छा भी बहुत लगा.
मै-मम्मी वो मैने चुदाई वाली व्हिडिओ से सिखा था.
मम्मी-बडा बदमाश हो गया है. और गन्दा भी ! कैसे मेरी निकली हुई पेशाब मेरी चूत से चाट रहा था.
मै-मम्मी आपकी चूत है ही इतनी टेस्टे की मन नही भरता है.
मम्मी-चल दुध पी ले.
मै-पहले बाहर तो निकालो.
मम्मी-अरे ये वाला नही ग्लास वलाअ.
इस बात पर हम दोनो हसने लगे.
मम्मी-हमेशा मेरे दुध के बारे मे सोचते रहता है.
मम्मी ने एक ग्लास दुध दिया जिसमे उन्होने देसी घी डाल दिया था और बहुत सारे ड्राय फ्रुट्स.
मम्मी-आज बहुत मेहनत की है मेरे बेटे ने.
मैने सारा दुध पी लिया और मम्मी को बाहोमे भरके उनसे बाते करने लगा. तभी दरवाजे पर दस्तक हुई. मैने दरवाजा खोला तो पपा थे. मम्मी उनके लिये पानी लेके आयी. पानी पीके पपा फ्रेश होने चले गये और मै मम्मी के पास किचन मे चला गया. मैने मम्मी को फिर से बाहोमे भर लिया.
मम्मी-शैतान मान जा अब तेरे पपा आ गये.
मै-मम्मी वो तो फ्रेश होने गये है.
मै तो अपनी मम्मी को हग कर रहा हू, उसमे क्या गलत है.
मम्मी-और ये तेरा छोटा शैतान. इसका क्या करु जो मेरे अन्दर घुसा आ रहा है.
मै-मम्मी ये तो आपको देखकर ही पागल हो जाता है.
मम्मी-थोडा काबु मे रख बेटा.
तभी पपा की आवाज आयी तो मम्मी उन्हे चाय देने चली गई. फिर कुछ समय बाद हम सबने खाना खाया. मै फिर आज टेरेस पर टहलने चला गया.
मै जानता था आज मम्मी जरुर आयेन्गी. थोडी ही देर मे मम्मी मेरे पस्स आ गई और मुझे पीछे से पकड लिया. मै मम्मी को लेके नीचे बैठ गया ताकि हमे कोई देख न सके. मैने अपना कच्छा नीचे कर दिया और मम्मी मेरे दोनो पैर पर बैठ गई. मम्मी को पकडके मैने अपने पास खीच लिया. मम्मी मुझे पकडके किस करने लगी. मेरा लन्ड नीचे से मम्मी की चूत पर लग रहा था. किस करते हुए मै मम्मी की गान्ड मसल रहा था और मम्मी मेरे लन्ड पर अपनी चूत रगड रही थी.
मम्मी-बेटा तेरा लन्ड तो तुरन्त खडा हो जाता है.
मै-मम्मी आप भी तो इतनी हॉट हो, क्या करे बेचारा. मम्मी सच कहू तो जब मैने अन्कल का लन्ड देखा था तो मुझे लगा आपको तो मेरे लन्ड से मजा ही नही आयेगा. मेरा उनसे छोटा है.
मम्मी-बेटा लन्ड के साइझ से थोडे फरक पडता है. मगर एक औरत जरुरत के समय साइझ नही देखती है. वो ये देखती है कि उसे खुश करने वाला उसे कितनी देर तक खुश कर सकता है.
और वैसे भी तेरा लन्ड भी छोटा नही है. आज मेरी हालत खराब कर दी थी तूने. और तेरा लन्ड तुरन्त खडा भी हो जाता है.
मम्मी की बाते सुनके मैने मम्मी को लन्ड पर बिठा लिया. मम्मी की चूत गीली हो गई थी. मम्मी ने मेरा लन्ड पकडा और उसे अपनी चूत मे डाल लिया.
मम्मी ने अपनी बाहे मेरी गर्दन मे डाल दी और मै मम्मी की गान्ड आगे पीछे करने लगा. मम्मी मेरे होठो को चूसने लगी. हम दोनो खुले टेरेस पर चुदाई कर रहे थे जिससे डर भी लग रहा था और मझा भी आ रहा था. मम्मी अपनी कमर जोर जोर से चलाने लगी. हम दोनो इस दुनिया से बेखबर चुदाई कर रहे थे. मम्मी मेरे लन्ड से उठ गई और मै खडा हो गया. मेरे लन्ड पर मम्मी की चूत का पानी लगा हुआ था. मम्मी मेरा लन्ड मुह मे लेके चूसने लगी. मै मम्मी का मुह पकडके धक्के लगाने लगा. मेरा लन्ड कई बार गले तक जाता मगर मम्मी सम्भल लेती. मम्मी ने मुह से लन्ड निकाल लिया. मेरा लन्ड मम्मी के थुक से गीला हो गया था.
मम्मी-बेटा जल्दी कर ले. कही तेरे पपा न आ जाये और मेरी चूत प्यासी रह जायेगी. और तेरे पपा तो चुदाई करते नही है.
मम्मी तुरन्त वही जमीन पर लेट गई और उसने अपनी नायटी उपर कर ली. मम्मी की नायटी उनके दुध के उपर तक थी. मम्मी ने अपनी टान्गे फैला ली. मै मम्मी की टान्गो के बीच आ गया और मम्मी ने खुद मेरा लन्ड पकड के अपनी चूत मे डाल लिया.
मै-मम्मी मुझे आपकी चूत चाटनी है.
मम्मी-बेटा तेरे पपा नही होन्गे तब जितना मन करे चाट लेना.
मैने धक्के लगाने शुरु कर दिये. मम्मी ने अपनी दोनो टान्गे मेरी कमर मे फसा ली. मै मम्मी को किस करते हुए उनकी चुदाई करने लगा. कभी मम्मी मेरी जीभ चूसती तो कभी मै उनकी जीभ को चूसता. नीचे से मेरे धक्के तेज होते जा रहे थे.
मम्मी-बेटा आराम से कर वरना आवाज नीचे तक जायेगी.
मगर मै धक्के लगाता रहा. मम्मी भी गान्ड उठा उठाके चुदाई करवा रही थी. मम्मी अब बिलकुल खुलके चुदाई करवा रही थी.
मम्मी-बेटा बस करता रहे मेरा होने वाला है.
मै उनके दुध दबाते हुए चुदाई करने लगा और थोडी ही देर मे उनका पानी निकल गया.
मम्मी-बेटा थोडा रुक जा.
मेरा पानी भी निकलने वाला था मगर मम्मी उस पल को एन्जॉय कर रही थी. ऐसे खुले मे चुदाई का मझा ले रही थी.
मम्मी-बेटा तेरा भी पानी निकलने वाला है. तेरा लन्ड मेरे अन्दर फडफडा रहा है. बेटा अन्दर मत निकालना वरना मुझे नहाना पडेगा. बेटा जैसे तूने मेरी चूत से पेशाब निकाल दिया था वो एक बार कर सकता है क्या?
मै-अभी लो मम्मी
मैने २ उन्गली मम्मी की चूत मे डाली और उपर नीचे करने लगा. १ मिनट मे ही मम्मी की चूत से पेशाब की धार निकल गई और मम्मी ने मुह पर हाथ रख लिया.
मैने भी तुरन्त मम्मी की चूत पर मुह लगा दिया और मम्मी की सारी चूत चाट के साफ कर दी. मै उठके खडा हो गया. मम्मी ने मेरा लन्ड मुह मे ले लिया और उसे चूसने लगी. कुछ ही देर मे मेरा माल मम्मी के मुह मे निकल गया जिसे वो पी गई. मम्मी को अपना माल पिते देख मुझे बहुत अच्छा लगा. मम्मी खडी हो गई.
मै-मम्मी कैसे लगा?
मम्मी-बेटा ये तू जैसे भी करता है मेरी तो टान्गे काम्प जाती है.
मै-मम्मी रात को कमरे मे आओगी?
मम्मी-बेटा देख तेरे पपा घर मे है. अगर मै रात मे गायब हो गई बिस्तर से तो वो जाग जायेन्गे. और ये सब खतम हो जायेगा. हम दोनो ऐसे ही मस्ती करेन्गे. मगर जब तेरे पपा घर मे नही होन्गे.
मै-ठिक है मम्मी मगर दिन मे आप मुझे नही रोकोगी.
मम्मी-हा बेटा नही रोकोगी. जितना मर्जी कर लेना.
मम्मी और मैने २ मिनट तक किस किया. फिर हम दोनो नीचे आ गये. सब नॉर्मल हो गया. पपा टीव्ही देख रहे थे. मै अपने रूम मे जाके सो गया.
सुबह मै लेट उठा तो पपा जा चुके थे और मम्मी किचन मे काम कर रही थी.
मैने पीछे से जाके उन्हे पकड लिया. मम्मी ने आज सिर्फ ब्लाउझ और पेटिकोट पहना था. मम्मी जैसे ही मेरी तरफ मुडी मेरी नजर मम्मी की नाभी पर गई. आज मम्मी पूरी साउथ इन्डिअन ॲक्ट्रेस की तरह लग रही थी. उन्होने पेटिकोट नाभी के काफी नीचे बान्धा था.
मै- मम्मी आज तो सुबह सुबह ही इतनी सेक्सी लग रही हो. आज तो पेटिकोट भी नाभी के नीचे बान्धा है.
मम्मी-बेटा बस अभी ही बान्धा है तेरे पपा के जाते ही. वरना तो वो देखकर पागल हो जाते.
मै नीचे बैठ गया और मम्मी की नाभी चाटने लगा.
मम्मी-पहले नहा धो ले नाश्ता कर ले.
मगर मै मम्मी की नाभी चाटने मे लगा हुआ था. मम्मी मेरे बालो मे हाथ फेर रही थी और आन्खे बन्द किये मजे ले रही थी. मैने अपने कपडे निकाल दिये. सुबह की वजह से मेरा लन्ड बहुत ज्यादा टाईट हो गया था. मै खडा हो गय. मम्मी की नजर मेरे लन्ड पर पडी. वो लन्ड पकड के आगे पीछे करने लगी.
मम्मी-बेटा सुबह सुबह लन्ड सबसे ज्यादा अच्छे से खडा होता है.
मम्मी आगे झुक गई और अपना पेटिकोट खुद उपर कर लिया. सुबह सुबह मम्मी की बडी गान्ड और गीली चूत देखकर लन्ड और ज्यादा टाईट हो गया.
मम्मी ने धेर सारा थुक अपने हाथ मे लिया और उसे मेरे लन्ड पर लगा दिया. मम्मी ने खुद मेरा लन्ड पकड के अपनी चूत मे डाल लिया. मै मम्मी की कमर पकडके धक्के लगाने लगा. मम्मी भी अपनी गान्ड पीछे करके मेरा लन्ड अन्दर ले रही थी. मै मम्मी के दुध ब्लाउझ के उपर से दबा रहा था और उनकी चुदाई भी कर रहा था.
मै ब्लाउझ के हुक खोलने की कोशिश कर रहा था मगर वो खुल नही रहे थे.
मम्मी-रुक जा बेटा वरना तू ये ब्लाउझ भी फाड देगा.
मम्मी ने सारे हुक खोल दिये और उनके दुध नीचे लटक गये. मेरे हर धक्के मे मम्मी के दुध हिल रहे थे. मम्मी के मुह से भी आआह्ह्ह्ह आअह्ह्ह की आवाजे आ रही थी.
मम्मी-बेटा मेरी टान्गो मे दर्द हो रहा है.
मैने अपना लन्ड निकाला और मम्मी नीचे लेट गई. मम्मी ने अपनी टान्गे फैला दी. मम्मी की चिकनी चूत पुरी गीली थी. शायद उनका पानी निकल गया था. मैने अपना मुह उनकी चूत पर लगा दिया और उनकी गीली चूत चाटने लगा. मम्मी ने भी मेरा सिर चूत मे दबा दिया. मै मम्मी की चूत जीभ से चोदने लगा. मम्मी भी मझा ले रही थी. फिर मम्मी ने मुझे उपर खीच लिया और मेरा लन्ड पकड के अपनी चूत मे डाल लिया. मै धक्के लगाने लगा. मम्मी ने अपने पैर मेरी कमर मे डाल दिया. मै धक्के लगाते हुए मम्मी के होठो को चूसने लगा. मेरे धक्के तेज होते जा रहे थे. मम्मी की चुदाई करते हुए मुझे २० मिनट हो गये थे. अब मेरा पानी निकलने वाला था. मैने अपने धक्के तेज कर दिये. मम्मी और मेरा जिसम पूर काम्प गया. उनका और मेरा पानी निकल गया. मै मम्मी के उपर लेट गया. मै और मम्मी पूरे पसीने मे भीग गये थे. मम्मी ने पेटिकोट से मेरा पसीना पोछ दिया. मैने अपना लन्ड मम्मी की चूत से बाहर निकाल लिया. मेरा पानी मम्मी की चूत से निकल के जमिन पर गिर रहा था. मम्मी ने मेरा लन्ड चाट के साफ कर दिया.
मम्मी-बेटा बहुत समय बाद सुबह ऐसी चुदाई हुई है. वरना तेरे पपा तो भूल ही गये है.
मै-मम्मी आज से रोज सुबह आपकी ऐसे ही चुदाई करुन्गा.
मम्मी-बेटा कल रात की तेरी चुदाई से भी मुझे बहुत अच्छी नीन्द आयी थी. सुबह मेरी आन्खे भी देर से खुली.
मै-मम्मी अब मै हमेशा आपके साथ ऐसे ही रहुन्गा.
मै नन्गा ही फ्रेश होने चले गये. मै पॉटी कर रहा था. तभी मम्मी बाथरूम मे आ गई. हमारा बाथरूम जॉइन्ट है टॉइलेट और बाथरूम. मम्मी अभी भी पूरी नन्गी थी. मम्मी मेरे पास आयी और पॉट पर मेरी टान्गो पर बैठ गई. मम्मी ने मेरे गले मे हाथ डाला और मुझे किस करने लगी. मै भी उन्हे किस करने लगा. ऐसा पहली बार था कि मै पॉटी करते हुए किसी को किस कर रहा था. मै मम्मी के दुध दबाने लगा. मम्मी ने खुद अपने दुध मेरे मुह मे दे दिये. मै बारी बारी से उनके दुध चूसने लगा. फिर मै फ्रेश होके नहाने लगा. मम्मी मेरी पीठ पर अपने सॉफ्ट दुध मसल रही थी. और मेरा लन्ड तुरन्त जाग गया. मैने मम्मी को खुद से चिपका लिया और उनकी एक टान्ग उठा के पकड ली.
मै-मम्मी मेरा लन्ड अन्दर डाल लो.
मम्मी ने खुद मेरा मेरा लन्ड अन्दर डाल लिया और मै खडे खडे मम्मी की चुदाई करने लगा.
उस दिन मैने मम्मी को ५ बार चोदा. घर का ऐसा कोइ भी कोना नही था जहा मैने उनकी चुदाई नही की थी. दोपहर को अन्कल का भी मेसेज आया कि तेरा काम हुआ या नही. तो मैने उनको झूठ बोल दिया कि मै ऐसा नही करुन्गा वो मेरी मम्मी है. उन्होने मुझे समझाया मगर मै नही माना. मैने अपना सच छुपा लिया ताकि ये बात किसी को पता न चल जाये. अब मम्मी रोज रात को मेरे साथ टेरेस पर चुदाई करवाती है और अन्कल भी कभी कभी आते है. मम्मी ने उन्हे रोज आने से मना कर दिया.

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